आईएसआईएस के नाम की आड़ लेकर अल कायदा ने की हत्या!
ढाका। बुधवार को भारत के पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश से जो खबर आई है, वह वाकई डराने वाली है। राजधानी ढाका में इटली के एक नागरिक की हत्या के बाद आईएसआईएस ने इसकी जिम्मेदारी ली है।
बांग्लादेश में जनवरी से लेकर अब तक चार ब्लागरों की हत्या हो चुकी है और हर बार अल कायदा इनकी जिम्मेदारी ले लेता। पहला मौका है जब आईएसआईएस की दस्तक इस तरह से महसूस की गई है।
आईएसआईएस के बांग्लादेश में इस तरह से अपनी मौजूदगी दर्ज कराने के बाद से कई तरह के सवाल खड़े हो गए हैं। इटली के जिस नागरिक 50 वर्ष के सी तावेला की हत्या हुई है वह एक एड वर्कर के तौर पर काम कर रहे थे।
क्या अलकायदा को कमजोर करने की कोशिश
क्या यह सिर्फ एक दावा है ताकि अल कायदा और अंसरुल्ला बांग्लादेश टीम यानी एबीटी को बाहर किया जा सके? अफगानिस्तान में आईएसआईएस लोकप्रिय होने के साथ ही साथ ताकतवर भी हो रहा है। सुरक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि इस क्षेत्र में आईएसआईएस तालिबान को बाहर करने के लिए खुद को स्थापित करना चाहता है।
वहीं बांग्लादेश में अलकायदा ने एबीटी के साथ टीम बनाई हुई है। अल कायदा और एबीटी इस देश में फतवे जारी कर इसे एक इस्लामिक देश बनाना चाहते हैं। बांग्लादेश में आईएसआईएस को एक सुनहरा मौका नजर आया है और वह यहां पर अपना साम्राज्य स्थापित करने की पूरी कोशिश करेगा।
किस देश में आईएसआईएस के कौन साझीदार
- बांग्लादेश में आईएसआईएस के पास कोई भी बड़ा साझीदार नहीं है।
- पाकिस्तान में आईएसआईएस को तहरीक-ए-तालिबान, तहरीक-ए-खिलाफत और इस्लाममि मूवमेंट ऑफ उजबेकिस्तान।
- अफगानिस्तान के खोरोसम में इसे हीरोज आफफ इस्लाम ब्रिगेड और अल तवाहीद
- भारत में अंसार-उल-तवाहीद से समर्थन हासिल जो कि इंडियन मुजाहिद्दीन का ही हिस्सा है।
एजेंसियों का ध्यान भटकाने की रणनीति
बांग्लादेश में हो सकता है कि आईएसआईएस को एबीटी और अलकायदा के असंतुष्ट लड़ाकों का समर्थन मिल रहा हो। ब्लागरों की हत्या के बाद से ही एबीटी एजेंसियों के निशाने पर है।
बांग्लादेश की सरकार ने एजेंसियों को एबीटी के खिलाफ उसी तरह से कार्रवाई करने को कहा है जैसी जमात-उल-मुजाहिद्दीन के खिलाफ की गई थी।
एबीटी फिलहाल इस हत्या की जिम्मेदारी नहीं लेगी क्योंकि ऐसा करने से उसकी मुश्किलें बढ़ सकती हैं। हो सकता है कि उसने आईएसआईएस पर इसकी जिम्मेदारी डाल कर एजेंसियों का ध्यान भटकाने की एक कोशिश की हो।