क्या होता है नर्व एजेंट, लार टपकने के 5 मिनट बाद जिससे हो जाती है मौत
इंग्लैंड के सेल्सिबरी में पूर्व रूसी एजेंट सर्गेई स्क्रिपल और उनकी बेटी यूलिया को जहर देकर मारने की कोशिश के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रूस की आलोचना हो रही है। सर्गेई को मारने के लिए नर्व एजेंट जैसे खतरनाक केमिकल का प्रयोग किया गया था। नर्व एजेंट एक खतरनाक केमिकल है।
लंदन। इंग्लैंड के सेल्सिबरी में पूर्व रूसी एजेंट सर्गेई स्क्रिपल और उनकी बेटी यूलिया को जहर देकर मारने की कोशिश के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रूस की आलोचना हो रही है। सर्गेई को मारने के लिए नर्व एजेंट जैसे खतरनाक केमिकल का प्रयोग किया गया था। नर्व एजेंट एक खतरनाक केमिकल है और इसका जो जहर सर्गेई को दिया गया था उसका नाम नोविचोक है। इसके बारे में अभी तक ज्यादा जानकारी दुनिया को नहीं है लेकिन विशेषज्ञों के मुताबिक यह सबसे खतरनाक जहर होता है जिसे देने के कुछ ही मिनटों में आदमी की मौत हो जाती है। ब्रिटेन ने इस मामले के बाद रूस के 23 राजनयिकों को देश से निकाल दिया है। सर्गेई, रूस के पूर्व मिलिट्री एजेंट थे और चार मार्च को वह और उनकी बेटी बेहोशी की हालत में एक रेस्टोरेंट के बाहर मिले थे।
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कोल्ड वॉर के समय हुआ ईजाद
लैब टेस्ट से पहले इस बात की आशंका लगाई गई कि सर्गेई और उनकी बेटी यूलिया नर्व एजेंट का शिकार थे। यूलिया बेहोश थीं, उल्टी कर रही थीं और उनका अपने शरीर पर से नियंत्रण पूरी तरह से खत्म हो चुका था। वहीं सर्गेई की बॉडी पूरी तरह से ठंडी पड़ गई थी और हिल-डुल भी नहीं पा रही थी। दोनों इस समय अस्पताल में हैं और उनकी हालत काफी गंभीर है। नोविचोक नर्व एजेंट्स को सोवियत यूनियन में कोल्ड वॉर के समय विकसित किया गया था। ब्रिटिश पीएम थेरेसा मे के मुताबिक रूस इसके पीछे जिम्मेदार है। रूस ने इन आरोपों को खारिज कर दिया है लेकिन घटना ने ब्रिटेन और रूस के बीच कोल्ड वॉर के समय के तनाव को ताजा कर दिया है। विशेषज्ञ आज तक इसे खतरनाक केमिकल वेपेन मानते हैं और कहते हैं कि यह आज भी रहस्य है।
नोविचोक से कैसे मिलती है मौत
ब्रिटेन के मेडिकल टॉक्सीलॉजिस्ट पीटर चाई की मानें तो अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि आखिर नोविचोक कैसे किसी को मारता है। उन्होंने कहा कि यह बिल्कुल उसी तरह से है जिस तरह से सीरिया में केमिकल वेपेन सारिन गैस का प्रयोग हुआ या फिर नॉर्थ कोरिया के तानाशाह किम जोंग नैम को मारने के लिए जिस जहर का प्रयोग किया गया था। उन्होंने बताया कि यह केमिकल सांस लेने, कुछ खाने या फिर त्वचा के जरिए शरीर के अंदर जाता है। एक बार अंदर जाने पर यह एक एंजाइम को ब्लॉक कर देता है। यह एंजाइम नर्व और मसल्स को सही तरह से फंक्शन करने के लिए काफी अहम होता है। इसके बाद लार टपकने लगती है, जहर फैलने लगता है और कुछ ही मिनटों में इंसान पैरालिसिस तक का शिकार हो सकता है। इसके अलावा डायरिया, नाक बहना, पसीना आना और साथ ही हृदयगति भी कम हो जाती है।
5 से 15 मिनट में मौत
केमिकल वेपंस के विशेषज्ञ मार्क बिशप कहते हैं कि नर्व एजेंट किसी को भी पांच से 15 मिनट के अंदर खत्म कर सकता है। लेकिन नोवाचिक एजेंट्स बाकी नर्व एजेंट्स की तुलना में और करीब आठ गुना तक ज्यादा खतरनाक होते हैं। उन्होंने बताया कि अगर सर्गेई और उनकी बेटी जिंदा हैं तो इसका मतलब कि नर्व एजेंट की मात्रा कम थी या फिर इसमें मिलावट थी।हैंडबुक ऑफ टॉक्सीलॉजी ऑफ केमिकल वॉरफेयर एजेंट्स के मुताबिक नर्व एजेंट के शिकार किसी भी व्यक्ति का इलाज हो पाना असंभव होता है।
राज रखने में सफल रहा रूस
विशेषज्ञ इस बात से हैरान है कि आखिर साल 2018 में नर्व एजेंट नोविचोक कैसे सामने आ गया क्योंकि अब तक ऐसा माना जा रहा था कि रूस ने सितंबर 2017 तक 39,967 मीट्रिक टन केमिकल वेपेन को खत्म कर दिया था। ब्रिटिश पीएम थेरेसा मे ने रूस से कहा है कि वह नोविचोक के बारे में और ज्यादा जानकारी जारी करें ताकि इसके बारे में और बातें पता लग सकें। वहीं बिशप कहते हैं कि एक बार फिर से साबित हो गया है कि रूस अपने राज रखने में माहिर है और कोई उसका मुकाबला नहीं कर सकता है।