#Women'sDay जानिए क्या है महिला दिवस और क्यों मनाती है दुनिया यह दिन
लंदन। आठ मार्च यानी वह दिन जब पूरी दुनिया बिजी शेड्यूल में से कुछ समय निकालकर अपने आसपास मौजूद महिलाओं और उनकी मौजूदगी को सलाम करती है।
आठ मार्च 2016 को दुनिया 105वां अतंराष्ट्रीय महिला दिवस मना रही है। यूं तो रोजमर्रा की जिंदगी में आप महिलाओं के योगदान को कभी नहीं आंक सकते हैं लेकिन यह एक दिन ऐसा होता है जब दुनिया की सभी महिलाओं के योगदान को सराहा जाता है।
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भारत से लेकर अमेरिका और ब्रिटेन से लेकर जर्मनी तक आज सिर्फ महिलाओं का ही जिक्र हो रहा है।
अंतराष्ट्रीय महिला दिवस या इंटरनेशनल वीमेंस डे दुनिया भर में राजनीतिक और सामाजिक स्तर पर महिलाओं की उपलब्धियों के जश्न के तौर पर मनाया जाता है। वर्ष 1900 से हर दिन आठ मार्च को लैंगिक समानता की आवाज बुलंद करते हुए इस दिन को मनाया जाता है।
आइए आज आपको इसी दिन से जुड़े कुछ खास तथ्यों के बारे में बताते हैं
क्या है महिला दिवस
पहला महिला दिवस वर्ष 1900 में शुरू हुआ और उस समय इसे स्त्री और पुरुषों में मौजूद भेदभाव को खत्म करने के लिए मनाया गया था। समय बीतता गया और आज इसे राजनीतिक और सामाजिक स्तर पर महिलाओं की उपलब्धियों के जश्न के तौर पर मनाने लगे हैं।
क्या किया है गूगल ने
गूगल ने 13 देशों की 337 महिलाओं से बात करके एक वीडियो बनाया है और उन्होंने जो लक्ष्य तय किए हैं उनका जिक्र किया है। इस वीडियो को 'वन डे आई विल' का टाइटल दिया गया है जिसमें लड़कियों के सपनों और उनकी महत्वाकांक्षाओं का जिक्र है।
कैसे हुई शुरुआत
यह कह पाना मुश्किल है कि इसकी शुरुआत कैसे हुई लेकिन मानते हैं कि वर्ष 1908 में इसकी पहली झलक मिली थी। उस समय करीब 15,000 महिलाओं ने अपने मताधिकार, अच्छी सैलरी और काम करने के कम घंटों की मांग करते हुए न्यूयॉर्क सिटी में मार्च किया था।
अमेरिका में हुई शुरुआत
1908 के एक वर्ष बाद 28 फरवरी को अमेरिका ने पहला नेशनल वीमेंस डे मनाया जिसका ऐलान अमेरिका की सोशलिस्ट पार्टी की ओर से किया गया था।
वर्ष 1910 में पहुंचा जर्मनी
वर्ष 1910 में क्लारा जेटकिन जो कि जर्मनी के सोशल डेमोक्रेटिक पाटी्र की लीडर थीं उन्होंने इंटरनेशनल वीमेंस डे का प्रस्ताव रखा था। उन्होंने प्रस्ताव दिया था कि हर देश को महिलाओं की मांग को आगे बढ़ाते हुए उनके लिए एक दिन तय करना चाहिए।
19 मार्च 1911 का वह पल
इसके बाद 17 देशों की 100 महिलाओं ने क्लारा के प्रस्ताव का समर्थन किया। फिर 19 मार्च 1911 कोऑस्ट्रिया, डेनमार्क, जर्मनी और स्विटजरलैंड में पहली बार महिला दिवस मनाया गया।
वर्ष 1913 मे तय हुई एक तारीख
वर्ष 1913 को यह फैसला किया गया कि हर वर्ष आठ मार्च को महिला दिवस मनाया जाएगा।
कब मिली यूनाइटेड नेशंस से मान्यता
यूनाइटेड नेशंस ने वर्ष 1975 में इस दिन को मान्यता दी और इसके बाद हर वर्ष होने वाले महिला दिवस के लिए एक थीम तय की जाने लगी।
यह है 105वां महिला दिवस
वर्ष 2011 में महिला दिवस ने अपने 100 वर्ष पूरे किए थे और इस तरह से यह 105वां महिला दिवस है।
क्या कहा था ओबामा ने
वर्ष 2011 में अमेरिकी राष्ट्रपति ने महिला दिवस के 100 वर्ष पूरे होने पर मार्च माह को 'वीमेंस हिस्ट्री मंथ' करार दिया था।
क्या है इस वर्ष की थीम
इस वर्ष महिला दिवस की थीम, 'प्लानेट 50-50 बाइ 2030' रखी गई है। इस थीम का आइडिया वर्ष 2030 तक एक सतत विकास के एजेंडे को बढ़ाना है जिसमें गरीबी, भूख और बीमारी के साथ ही लैंगिंग समानता का भी ध्यान रखा जाए।