फेसबुक पर आपके फोन नंबर से लेकर आपकी चेक्ड इन लोकेशन तक सब कुछ हो चुका है चोरी
कैलिफोर्निया। शुक्रवार को फेसबुक ने इस बात की जानकारी दी है कि दो हफ्ते पहले उसके कंप्यूटर सिस्टम पर हुए हमले की वजह से करीब 30 मिलियन यूजर्स पर प्रभाव पड़ा है। इस हमले के बाद फेसबुक यूजर्स पर जितना अनुमान लगाया गया था, उससे भी ज्यादा का असर पड़ा है। फेसबुक के सामने यह चुनौती है कि इसके 14 वर्षों के इतिहास में हुए अब तक के सबसे बड़े हमले की सही तरह से जांच कैसे कराई जाए। न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले में हैकर्स ने यूजर्स की कॉन्टैक्ट डिटेल्स से लेकर उनके बर्थ डेट, सर्च और लोकेशन हिस्ट्री तक को हैक कर डाला है।
हर जानकारी है हैकर्स के पास
करीब 14 मिलियन यूजर्स की फेसबुक प्रोफाइल्स से डिटेल्स इनफॉर्मेशन चुराई गई हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि अगर 15 यूजर्स ने किसी भी व्यक्ति या फिर कुछ और सर्च किया है तो उसकी जानकारी भी हैकर्स के पास है। यहां तक की 10 ऐसी लोकेशंस जहां पर यूजर्स ने चेक्ड इन किया है, उसके बारे में भी हैकर्स को मालूम है। जो और जानकारियां हैकर्स ने चोरी की हैं, उनमें जेंडर, उनका धार्मिक झुकाव, उनका टेलीफोन नंबर, ईमेल एड्रेस और उस डिवाइस की भी जानकारी है जिसके जरिए उन्होंने फेसबुक का प्रयोग किया।
क्रेडिट कार्ड डिटेल्स तक लग सकती थीं हाथ
फेसबुक ने बताया है कि कम से कम 15 मिलियन यूजर्स की प्रोफाइल्स से उनके नाम और उनकी कॉन्टैक्ट जानकारी जैसे टेलीफोन नंबरों को चोरी कर लिया गया। एक मिलियन से ज्यादा लोगों के सिक्योरिटी टोकन तक को चुरा लिया गया है। हालांकि कंपनी की मानें तो हैकर्स इन एक मिलियन यूजर्स की प्रोफाइल में सेंध नहीं लगा पाए। हैकर्स को क्रेडिट कार्ड इनफॉर्मेशन या फिर अकाउंट के पासवर्ड के बारे में पता नहीं चल सका। कंपनी की ओर से प्रोडक्ट मैनेजमेंट के वाइस प्रेसीडेंट गाइ रॉसेन ने एक ब्लॉग में बताया गया है कि सिक्योरिटी इश्यू से जुड़े इस मामले में वह 24 घंटे काम कर रहे हैं।
कंपनी आई बचाव की मुद्रा में
रोसेन के मुताबिक दो हफ्तों के अंदर इस समस्या को दूर कर लिया गया ताकि लोगों को यह समझने में मदद मिल सके कि हैकर्स ने कौन-कौन सी जानकारियां हासिल कर ली हैं। फेसबुक की ओर से इस बात की चेतावनी दी गई कि यूजर्स लॉग आउट करके फिर से लॉग इन करें ताकि उनकी प्रोफाइल्स को फिर से री-सेट किया जा सके। करीब 90 मिलियन यूजर्स ने लॉग आउट करके फिर से अपनी प्रोफाइल पर लॉग इन किया। वहीं कंपनी की मानें तो यह हमला इतना बड़ी नहीं था जितना पहले सोचा गया था। पिछले करीब एक वर्ष से फेसबुक को बार-बार इन आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है कि उसने दो बिलियन से भी ज्यादा यूजर्स के पर्सनल डाटा की सुरक्षा के लिए कुछ नहीं किया है।
एक वर्ष से आलोचना झेलने को मजबूर
इस वर्ष मार्च में ब्रिटिस कंसलटिंग कंपनी कैंब्रिज एनालिटिका ने इस बात का खुलासा किया था कि उसने करीब 87 मिलियन यूजर्स के पसर्नल डाटा की प्राइवेट इनफॉर्मेशन का एक्सेस हासिल किया। कंपनी को अब इन चिंताओं से भी जूझना पड़ रहा है कि उसके प्लेटफॉर्म के जरिए कई देशों में होने वाले चुनावों पर असर पड़ा और यहां तक कि कई लोगों की मौत भी हो गई। फेसबुक ने गुरुवार को बताया था कि उसने कई ऐसे अकाउंट्स और पेजेस को हटा दिया है जिसके जरिए अमेरिका में गलत तरह की जानकारियां फैलाई जा रही थीं। बात चाहे जो हो लेकिन इतना तो तय है कि अब कंपनी को कई ऐसी बातों के बारे में जवाबदेह होना होगा जो यूजर्स की निजी जिंदगी से जुड़ी हैं।