Video: चाहूं तो 10 दिन में मिटा दूं दुनिया से अफगानिस्तान का नाम-डोनाल्ड ट्रंप
वॉशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को सिर्फ कश्मीर पर ही विवादित बयान नहीं दिया है। बल्कि उन्होंने अफगानिस्तान को लेकर भी एक ऐसा बात कह दी है कि उसके बाद काबुल से लेकर वॉशिंगटन तक हल्ला मच गया है। ट्रंप ने यह बात उस समय कही जब वह पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ व्हाइट हाउस में मुलाकात कर रहे थे। मीटिंग के बाद जब यहां पर मीडिया दोनों से सवाल-जवाब करने के लिए पहुंचा तो अफगानिस्तान से जुड़े एक सवाल के जवाब में ट्रंप ने कह डाला कि उनके पास एक करोड़ लोगों को खत्म करने का प्लान है लेकिन वह इसे अमल में नहीं लाना चाहते हैं।
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20 साल का युद्ध 10 दिन में खत्म
डोनाल्ड ट्रंप के अफगानिस्तान पर दिए बयान के बाद व्हाइट हाउस में खलबली मच गई। ट्रंप ने व्हाइट हाउस में आए रिपोर्ट्स से कहा, ' मेरे पास अफगानिस्तान को लेकर एक प्लान और अगर मैं चाहता तो मैं उस युद्ध को जीत सकता, मैं चाहूं तो अफगानिस्तान का नामों-निशां धरती से मिटा दूं, यह पूरी तरह से खत्म हो जाएगा, सिर्फ 10 दिनों के अंदर धरती से अफगानिस्तान का निशान मिट जाएगा।' इसके बाद ट्रंप ने कहा, 'मैं 10 मिलियन लोगों को मारना नहीं चाहता।' आपको बता दें कि अफगानिस्तान में पिछले 20 वर्षों से युद्ध जारी है लेकिन ट्रंप सिर्फ एक हफ्ते के अंदर इसे खत्म करने की बात कह रहे हैं।
अफगानिस्तान को मिटाने का प्लान
ट्रंप ने बताया कि कैसे वह अपने 10 दिनों में अफगानिस्तान का नाम मिटाने वाले प्लान को अंजाम दे सकते हैं। इस दौरान उन्होंने अप्रैल 2017 की घटना का जिक्र किया। अप्रैल 2017 में अमेरिका ने अफगानिस्तान पर मदर ऑफ ऑल बॉम्ब, जिसे मोआब कहते हैं, वह गिराया था। इस हमले में अमेरिका ने आईएसआईएस के 36 आतंकियों को ढेर किया था। यह पहला मौका था जब किसी देश पर अमेरिका ने गैर-परमाणु बम गिराया था। डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वह लोगों की जान नहीं लेना चाहते हैं इसलिए ही पाकिस्तान के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।
अफगानिस्तान ने मांगी सफाई
सोमवार को ट्रंप ने मीडिया को यह भी बताया कि इस बम की वजह से कितना बड़ा गड्ढा हो गया था और कितनी तेज आवाज हुई थी। यह बम ट्रंप के व्हाइट हाउस पहुंचने के सिर्फ तीन माह के अंदर ही अफगानिस्तान पर गिरा था। अमेरिका के पास ऐसे 20 बम हैं। ट्रंप के इस बयान के बाद अफगानिस्तान की सरकार एक्शन मोड में आ गई है। अफगान राष्ट्रपति अशरफ घनी के राष्ट्रपति ने मंगलवार को व्हाइट हाउस से ट्रंप के बयान पर सफाई मांगी है।
'आप नहीं कर सकते फैसला'
वॉशिंगटन पोस्ट की खबर के मुताबिक राष्ट्रपति घनी ने राजनयिकों के जरिए बयान पर स्पष्टीकरण देने को कहा है। घनी के ऑफिस की ओर से जारी बयान में कहा गया है, 'अमेरिका, अफगानिस्तान में शांति लाने की जो कोशिशें कर रहा है, अफगान सरकार उसका समर्थन करती है, लेकिन सरकार यह बात बता देना चाहती है कि विदेशी राष्ट्राध्यक्ष अफगानिस्तान की किस्मत का फैसला नहीं कर सकते हैं।'