Video: पेरिस में लॉकडाउन की वजह से लगा 700 KM लंबा ट्रैफिक जाम
पेरिस। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैंक्रो ने बुधवार को नेशनल टेलीविजन पर देश में दूसरे लॉकडाउन का ऐलान किया। जिस समय मैंक्रो और सरकार के बाकी मंत्रियों ने यह फैसला लिया, उन्हें अंदाजा भी नहीं होगा कि इसके नतीजे अकल्पनीय और रिकॉर्ड बनाने वाले होंगे। गुरुवार की शाम राजधानी पेरिस में जो रिकॉर्ड बना है, उसे तोड़ पाना बहुत मुश्किल तो नहीं मगर फिलहाल आने वाले सालों में इसके टूटने के आसार कम है। एफिल टावर की सिटी पेरिस में 700 किलोमीटर लंबा ट्रैफिक जाम दुनियाभर में सुर्खियां बटोर रहा है।
Recommended Video
यह भी पढ़ें-दूसरे लॉकडाउन के साथ ही फ्रांस में अफरा-तफरी का माहौल
ट्रैफिक डिपार्टमेंट की तरफ से दी गई जानकारी
पेरिस में लोग कोरोना वायरस महामारी की वजह से लगाए गए लॉकडाउन के बाद शहर छोड़कर जाने की जल्दबाजी में नजर आए। दूसरा लॉकडाउन 1 दिसंबर तक रहेगा। लोगों की मानें तो यह डराने वाले हालात पहले लॉकडाउन में नजर नहीं आए थे। फ्रांस के ट्रैफिक डिपार्टमेंट की तरफ से बताया गया है ट्रैफिक गुरुवार शाम को इले-दे-फ्रांस क्षेत्र तक था और यह दूरी करीब 430 मील यानी 700 किलोमीटर है। गुरुवार की आधी रात से लॉकडाउन के नियम प्रभावी हो गए हैं। शुक्रवार को फ्रांस में 47,637 केसेज आए और 250 लोगों की मौत हुई है। राष्ट्रपति मैंक्रो ने देशवासियों से घरों में रहने की अपील की है।
Incredible traffic jam in Paris as people try to leave the city before 9 pm curfew and before confinement begins at midnight. Traffic is barely moving in every direction as far as the eye can see. Lots of honking and frustrated drivers. pic.twitter.com/6Zn2HCxuPl
— Michael E. Webber (@MichaelEWebber) October 29, 2020
बाहर निकलने के लिए पुलिस की परमीशन जरूरी
नए नियमों में लोगों को घर से जरूरत पड़ने पर ही जैसे काम के लिए, खाने-पीने की चीजों की खरीददारी और मेडिकल वजहों से ही बाहर निकलने की इजाजत है। इसके लिए भी उन्हें पुलिस की मंजूरी चाहिए होगी। घर के बाहर बस एक किलोमीटर के दायरे में ही आउटडोर गतिविधियों की मंजूरी दी गई है। स्कूल खुले रहेंगे लेकिन छह साल से ज्यादा उम्र वाले बच्चों के लिए मास्क अनिवार्य कर दिया गया है। कोरोना वायरस की पहली लहर के दौरान सबसे ज्यादा असर पेरिस और दक्षिणी-पूर्वी फ्रांस में देखा गया था। पहली लहर की तुलना में दूसरी लहर में वायरस बहुत तेजी से सभी क्षेत्रों में फैल रहा है।