Video: -20 डिग्री तापमान में मलबे के नीचे दबा था 11 माह का बच्चा, 36 घंटे बाद निकला जिंदा
मॉस्को। रूस के एक शहर में पिछले दिनों एक ऐसी घटना हुई है जिसे लोग नए वर्ष पर ईश्वर का चमत्कार करार दे रहे हैं। यहां के एक शहर में 36 घंटे बाद मलबे से एक 11 माह के बच्चे को निकाला गया है। हैरानी की बात है कि जिस तापमान में खून तक जम जाए, उस तापमान में यह बच्चा 36 घंटे तक सलामत था और उसे कुछ नहीं हुआ था। राहतकर्मियों ने भी जब इस बच्चे को बाहर निकाला तो उनकी भी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। साथ ही साथ वे सभी इस चमत्कार को देखकर हैरान थे। यह घटना रूस के शहर मैग्निटोगोरस्क में हुई है जहां पर दो दिन पहले एक अपार्टमेंट बिल्डिंग गिर गई थी।
पिता ने कहा ईश्वर का चमत्कार
मैग्निटोगोरस्क में अर्पाटमेंट के मलबे में राहतकर्मी लोगों को बचाने की उम्मीद में खाक छानने में लगे थे। उन्हें इस बात की उम्मीद नहीं थी कि कोई जिंदा बचा होगा क्योंकि तापमान इतना ज्यादा था कि अगर कोई बच भी जाता तो शायद सर्दी उसकी जान ले लेती। लेकिन अचानक उन्हें एक आवाज सुनाई दी। मलबे के ढेर से जब यह आवाज आई तो उन्हें यकीन नहीं हुआ और फिर उन्होंने उस मलबे को हटाना शुरू किया। जब उन्होंने एक 10 माह के बच्चे को देखा तो सभी न सिर्फ खुश थे बल्कि चमत्कार को देखकर आश्चर्यचकित भी थे। 36 घंटे पहले एक तबाही में बच्चे का पूरा घर नष्ट हो गया था और वह जिंदा निकला। राहतकर्मियों ने बच्चे की आवाज को 'जिंदगी की आवाज' कहा। बच्चे के पिता के लिए नए वर्ष में ईश्वर की तरफ से हुआ एक चमत्कार था।
मॉस्को के अस्पताल में भर्ती है बच्चा
मैग्निटोगोरस्क में सोमवार को तड़के एक बिल्डिंग गिर गई थी। इस घटना में नौ लोगों की मौत हो गई थी तो वहीं 30 लोगों का कुछ पता नहीं चल पा रहा है। जिस बच्चे की जान बची है उसका नाम इवान फोकिन है और उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है। अधिकारियों के मुताबिक बच्चे के सिर में चोट है, फैक्चर्स हैं और हाइपोथर्मिया से पीड़ित है। बच्चा तक -20 डिग्री सेल्सियस के तापमान में पड़ा हुआ था। बच्चे की जिंदगी बचाने के लिए उसे मॉस्को लाया गया है और यहां पर उसका इलाज जारी है। हालांकि इवान के बचने की संभावना बहुत कम थी लेकिन उसके पिता बेटे के बचने को ईश्वर का चमत्कार करार दे रहे हैं।
इस वजह से जिंदा रहा बच्चा
इवान के पिता अपने काम पर गए हुए थे जब उनकी पत्नी ने उन्हें फोन करके बताया कि बिल्डिंग गिर गई है। मां अपने तीन वर्ष के बेटे के साथ मलबे से सुरक्षित बचा ली गई हैं। राहतकर्मी प्योट्र ग्रिटसेंको का कहना है कि बच्चे के बारे में उस समय पता लगा जब उन्हें मलबे से रोने की आवाज सुनाई दी जो कि बहुत हल्की थी। राहमकर्मियों ने सभी उपकरणों को बंद कर दिया। तब बच्चा और तेजी से रोने लगा। बच्चा रो रहा था लेकिन क्रू को उसके बारे में कुछ पता नहीं लग पा रहा था। फिर सर्च डॉग की मदद ली गई और उसने इस बात का पता लगाया कि मलबे में कोई बच्चा दबा हुआ है। इसके बाद राहत कार्य को और तेज किया गया। गर्वनर बोरिस डूब्रोवस्की के मुताबिक बच्चा गर्म कपड़ों में लिपटा था और एक झूले में पड़ा हुआ था। इस वजह से ही बच्चे की जान बच सकी।