उत्तर कोरिया से जंग होगी भयंकर: अमरीकी जनरल
राष्ट्रपति ट्रंप के सलाहकार ने कहा, सैन्य कार्रवाई विकल्प के रूप में मौजूद.
अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप के एक शीर्ष सैन्य सलाहकार ने कहा है कि उत्तर कोरिया पर सैन्य कार्रवाई विकल्प के तौर पर मौजूद है, लेकिन यह 'भयंकर' होगा.
अमरीका के संयुक्त चीफ़ ऑफ़ स्टाफ़ प्रमुख जनरल जोसेफ डनफ़र्ड ने चीन के दौरे पर यह बात कही.
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क्रोध और रोष में हैं राष्ट्रपति ट्रंप
डनफ़र्ड उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम पर ट्रंप के एक सहयोगी के सैन्य कार्रवाई को ख़ारिज करने के बयान पर प्रतिक्रिया दे रहे थे.
गौरतलब है कि उत्तर कोरिया के मिसाइल टेस्ट के बाद से अमरीका और उत्तर कोरिया के बीच तनाव बना हुआ है.
गुआम के अमरीकी क्षेत्र पर हमले की धमकी के बाद ट्रंप ने उत्तर कोरिया को आगाह किया था कि वो इससे "क्रोध और रोष" में हैं.
अमरीकी रुख़ में आई है नरमी
लेकिन उत्तर कोरिया के शासक किम जोंग उन के गुआम योजना को रोकने की बात करने से पिछले हफ़्ते के तीख़े शब्दों में नरमी आई है. ट्रंप ने इस कदम की सराहना की है. बुधवार को व्हाइट हाउस के मुख्य रणनीतिकार स्टीव बैनन ने कहा कि इस गतिरोध का सैन्य समाधान नहीं हो सकता.
बैनन ने द अमरीकी प्रोस्पेक्ट से कहा, "जब तक कोई इसका समाधान नहीं करता, जैसा कि मुझे दिखता है कि शुरुआती 30 मिनट में ही सियोल की एक करोड़ जनता मर जाएगी, मैं नहीं जानता कि आप किस बारे में बात कर रहे हैं, यहां कोई सैन्य समाधान नहीं है, वो हमें समझ चुके हैं."
हम वैसा कर रहे हैं जैसा ट्रंप ने कहा
जनरल डनफ़र्ड इस बात से सहमत थे कि सैन्य हमला 'भयंकर' होगा, लेकिन साथ ही यह भी कहा कि "मुझे नहीं लगता कि सैन्य विकल्प अकल्पनीय है".
(उत्तरी कोरिया के नेता किम जोंग उन को) परमाणु बम से लैस बैलिस्टिक मिसाइलों को विकसित करने की इजाज़त देना मेरे लिए अकल्पनीय है, जो अमरीका और इस क्षेत्र के लिए ख़तरा बन सकता है.
उन्होंने कहा, "राष्ट्रपति ट्रंप ने हमें विश्वसनीय, उपयुक्त सैन्य विकल्प विकसित करने को कहा है, और ठीक यही हम कर रहे हैं."
आपसी संवाद एकमात्र विकल्प
चीन के रक्षा मंत्रालय ने कहा, "जनरल डनफ़ोर्ड से मिले एक वरिष्ठ चीनी सैन्य अधिकारी ने उन्हें बताया कि सैन्य कार्रवाई को ख़ारिज किया जाना चाहिए और संवाद ही एकमात्र विकल्प है."
चीन उत्तर कोरिया का एकमात्र प्रमुख सहयोगी है. अमरीका ने उसकी लगाम नहीं कसने पर चीन की आलोचना की है, लेकिन बीजिंग ने कहा है कि उसने संयुक्त राष्ट्र संघ के नए प्रतिबंधों के अनुसार उत्तर कोरिया से लोहा, लौह अयस्क और सीफूड के आयात में कमी कर दी है.