तो क्या 103 साल की उम्र तक रूस के राष्ट्रपति रहेंगे ब्लादिमीर पुतिन?
मॉस्को। रूस में बुधवार को संविधान में परिवर्तन किया गया है और इसके बाद राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन साल 2036 तक देश के राष्ट्रपति रह सकेंगे। इस नए संशोधन के बाद उनकी पेंशन में भी इजाफा हुआ है। फिलहाल पुतिन का कार्यकाल 2024 में खत्म हो रहा था मगर अब यह 16 साल बढ़ गया है। अब पुतिन साल 2036 तक देश के राष्ट्रपति रहेंगे। कोई नहीं जानता था कि कभी पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन की जासूसी कर चुके पुतिन आज रूस ही नहीं बल्कि दुनिया के सबसे ताकतवर शख्स बन जाएंगे। आइए आज आपको उनके राजनीतिक सफर के बारे में बताते हैं।
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लेनिन के घर कुक थे पुतिन के नाना
व्लादीमिर पुतिन का पूरा नाम व्लादीमिर व्लादीमिरोविच पुतिन है। 7 अक्टूबर 1952 को उनका जन्म लेनिनग्रैड में हुआ जो एस समय सोवियत संघ के तहत आता था लेकिन अब यह जगह रूस में है और इसे सेंट पीटरसबर्ग के नाम से जानते हैं। पिता व्लादीमिर सिपरीदोनोविच पुतिन और मारिया इवानोवा पुतिना की तीन संताने थीं और पुतिन सबसे छोटे थे। उनके दो और भाई विक्टर और अल्बर्ट थे। जहां अल्बर्ट की उम्र पैदा होने के कुछ ही समय बाद हो गई थी तो विक्टर द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान डिप्थीरिया की वजह से मारे गए थे। पुतिन की मां के पिता यानी उनके नानाजी रूस के पूर्व प्रधानमंत्री व्लादीतिर लेनिन के यहां पर कुक का काम करते थे।
1975 में शुरू हुआ राजनीतिक जीवन
पुतिन की मां एक फैक्ट्री वर्कर थीं और पिता सोवियत नेवी के साथ। वह नेवी के साथ पनडुब्बी बेड़े के साथ तैनात थे। वर्ल्ड वॉर टू के बाद पिता का ट्रांसफर सेना में हो गया और विश्व युद्ध में वह गंभीर रूप से घायल हो गए थे। पुतिन की नानी को सन् 1941 में जर्मनी की सेना ने मार दिया था और उनके मामा युद्ध लड़ते हुए गायब हो गए थे। पुतिन ने लेनिनग्रैड स्टेट यूनिवर्सिटी से लॉ की पढ़ाई की और सन् 1970 में उन्होंने एडमिशन लिया था। सन् 1975 में वह ग्रेजुएट हुए और फिर सोवियत यूनियन की कम्युनिस्ट पार्टी के साथ जुड़ गए।
केजीबी के जासूस बन रखी अमेरिका पर नजर
सन् 1975 में पुतिन रूस की इंटेलीजेंस एजेंसी केजीबी में फॉरेन इंटेलीजेंस ऑफिसर के तौर पर शामिल हो गए। 15 साल तक वह इस एजेंसी के साथ रहे और सन् 1990 में जब रिटायर हुए तो लेफ्टिनेंट कर्नल की रैंक से रिटायर हुए। बतौर जासूस पुतिन की जिम्मेदारी थी ऐसे विदेशियों की नियुक्ति करना जिन्हें अमेरिका की जासूसी के लिए वहां भेजा जा सके। सन् 1996 में पुतिन मॉस्को आ गए और यहां पर उन्होंने पावेल बोरोडिन डिप्टी के तौर प्रेसीडेंशियल स्टाफ में एंट्री की। बोरोडिन, क्रेमलिन के मुख्य प्रशासक थे। यहां से पुतिन धीरे-धीरे प्रशासनिक पदों पर आगे बढ़ते गए।
1999 में बने रूस के पीएम
जुलाई 1998 में तत्कालीन राष्ट्रपति बोरिस येल्तिसन ने पुतिन को फेडरल सिक्योरिटी सर्विस का डायरेक्टर बनाया जो केजीबी का हिस्सा है। येल्तिसन उस समय अपने उत्तराधिकारी की तलाश कर रहे थे और उन्होंने साल 1999 में पुतिन को देश का प्रधानमंत्री नियुक्त कर दिया। 31 दिसंबर 1999 तक पुतिन देश के पीएम रहे और इसी समय येल्तिसन ने अपने इस्तीफे का ऐलान कर दिया। इसके बाद उन्होंने पुतिन को देश का कार्यवाहक राष्ट्रपति नियुक्त कर दिया। साल 2008 तक पुतिन रूस के राष्ट्रपति रहे। लेकिन उस समय रूस के संविधान के मुताबिक कोई दो कार्यकाल के बाद कोई भी इस पद पर नहीं रह सकता था।
मार्च 2008 में पुतिन ने खेला मास्टरस्ट्रोक
पुतिन ने मार्च 2008 में अपने उत्तराधिकारी दमित्री मेदवेदेव को अपने उत्तराधिकारी के तौर पर चुना। मेदवेदेव को चुनावी में जीत मिली और वह देश के राष्ट्रपति बन गए। सात मई 2008 को मेदवेदेव ने शपथ ली और कुछ ही घंटों में उन्होंने पुतिन को देश का प्रधानमंत्री घोषित कर दिया। सबको लग रहा था कि मेदवेदेव दोबारा राष्ट्रपति का चुनाव लड़ेंगे लेकिन सितंबर 2011 में उन्होंने एक बड़ा ऐलान कर डाला। मेदवेदेव ने ऐलान किया कि अगर उनकी पार्टी यूनाइटेड रशिया ने चुनाव जीता तो फिर वह और पुतिन पदों की अदला-बदली करते रहेंगे।
2012 में फिर चुने गए राष्ट्रपति
दिसंबर 2011 में पुतिन के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए। लोगों ने पुतिन पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। लेकिन इसका कोई असर नहीं पड़ा 4 मार्च 2012 को पुतिन तीसरी बार देश के राष्ट्रपति चुन लिए गए। पुतिन ने पार्टी की चेयरमैनशिप से इस्तीफा दे दिया और पार्टी का सारा नियंत्रण मेदवेदेव के हाथों में सौंप दिया। 7 मई 2012 को पुतिन राष्ट्रपति बने और मेदवेदेव ने देश के पीएम का पद संभाला।
अंग्रेजी में बात करने में होती है घबराहट
राष्ट्रपति पुतिन का जीवन बेहद गरीबी में बिता था। पुतिन का परिवार सेंट पीट्सबर्ग के एक अपार्टमेंट के ब्लॉक में तीन और परिवारों के साथ रहता था। अपनी आत्मकथा में पुतिन ने बताया है कि वह बचे हुए समय में चूहों को पड़ककर बाहर छोड़ने का काम करते थे। पुतिन को जर्मन भाषा में महारत हासिल है लेकिन वह मानते हैं कि अंग्रेजी में बात करने को लेकर उन्हें बहुत ही घबराहट होती है। उन्होंने कई बार इंटरव्यू में कहा है कि वह सबके सामने अंग्रेजी में बात नहीं कर सकते हैं।
मर्केल को डराया अपने कुत्ते से
राष्ट्रपति पुतिन ने एक चौंकाने वाले खुलासा किया था। उन्होंने बताया था कि जब वह 18 वर्ष के थे तो उन्होंने जूडो सीखना शुरू किया था। इसकी वजह थी कि उनकी उम्र से कम लड़के तो उम्र की परिपक्वता को हासिल कर चुके थे लेकिन पुतिन उनसे पीछे रह गए थे। पुतिन रूस मार्शल आर्ट सांबो के मास्टर हैं। पुतिन ने वर्ष 2008 में एक टेलीविजन क्रू की जान उस समय बचाई जब साइबेरियन टाइगर उस पर हमला करने आ रहा था। जनवरी 2007 में जब जर्मन चासंलर एंजेला मार्केल और पुतिन की मुलाकात हुई तो पुतिन अपना ब्लैक लैब्राडोर लेकर पहुंचे थे। पुतिन को यह बात मालूम थी कि मर्केल को कुत्तों से डर लगता है।
दो बेटियों के पिता हैं पुतिन
पुतिन की दो बेटियां हैं- मारिया और कटरीना। दोनों का जन्म पूर्वी जर्मनी में 1980 के मध्य में हुआ था। लेकिन पुतिन के बारे में यह बात शायद कम लोग ही जानते हैं क्योंकि पुतिन ने आज तक अपनी व्यक्तिगत जिंदगी को सबसे छिपाकर रखा। अप्रैल 2014 में राष्ट्रपति पुतिन का पत्नी ल्यूडमिला से तलाक हो गया था। इसी वर्ष अपने एक इंटरव्यू में कहा था कि उनका शेड्यूल इतना व्यस्त रहता है कि वह सिर्फ एक माह में दो बार ही अपनी बेटियों से मिल पाते हैं। आज भी उनका नाम कई लोगों से जुड़ता है। पुतिन ने एक बार कहा था कि उनकी बेटियां कोई स्टार किड्स नहीं हैं और राजनीति से दूर हैं। पुतिन के मुताबिक दोनों अपनी-अपनी जिंदगी को एंज्वॉय कर रही हैं। एक पिता के तौर पर पुतिन ने कहा कि उन्हें अपनी बेटियों पर नाज हैं।
पुतिन के पास हैं 20 बंगले!
राष्ट्रपति पुतिन की संपत्ति के बारे में कोई ज्यादा नहीं जानता लेकिन कहा जाता है कि यह 46 बिलियन डॉलर की है। रूस में जर्नलिस्ट्स कहते हैं कि पुतिन के पास 20 बंगले और महल हैं।उनका एक बंगला जो कि कंस्ट्रक्ट हो रहा है उसकी कीमत 750 मिलियन डॉलर है। दिसंबर 2010 में पुतिन जब एक कार्यक्रम में थे तो उन्होंने कुछ एक्टर्स के साथ जैज गाने पर परफॉर्म किया था। अगस्त 2010 में वेस्टर्न रूस के जंगलों में भयानक आग लग गई थी। इस दौरान पुतिन ने फाइटर पायलट बने। को-पायलट बन पुतिन ने उस समय जंगलों की आग बुझाने में एक बड़ा योगदान दिया। आप अगर रूस में हैं तो फिर आप यहां पुतिन के नाम की वोदका से लेकर पुतिन की फोटो वाली टी-शर्ट तक खरीद सकते हैं।