मोदी सरकार मेरा इस्तेमाल वोट बैंक के लिए कर रही है: विजय माल्या
लंदन। भारत के कई बैंकों से करीब 9,000 करोड़ रुपये का लोन लेकर फरार हुआ शराब व्यापारी विजय माल्या का कहना है कि भारत सरकार उसका इस्तेमाल वोट बैंक के लिए कर रही है। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स से बात करते हुए माल्या ने कहा कि उसका प्रत्यर्पण एक राजनीतिक मुद्दा बन गया है और भारत सरकार उसे वोट पाने के लिए सूली पर चढ़ा रही है। विजय माल्या पर सितंबर के पहले सप्ताह लंदन कोर्ट फैसला सुना सकती है। भारत सरकार लंदन से माल्या का प्रत्यर्पण चाहती है, जिससे की वह भारतीय बैंकों को करीब 1 बिलियन डॉलर का लोन दे सके।
ब्रिटिश फॉर्मूला वन ग्रैंड प्रिक्स में माल्या ने रॉयटर्स से कहा कि ब्रिटिश में उसके नाम की जितनी भी संपत्ति है, वह ब्रिटेन सरकार के हवाले कर देगा। हालांकि, माल्या ने कहा कि लंदन में जो घर उसके बच्चों और मां के नाम है, उसे वह किसी को छूने भी नहीं देगा। माल्या ने कहा, 'मेरी यूके की संपत्ति का सेटलमेंट के लिए मैंने यूके कोर्ट में एफिडेविट दी है। मेरे पास कुछ कारें और ज्वैलरी ही हैं जिन्हें मैं कभी भी सौंपने को तैयार हूं। मुझे वक्त, जगह और तारीख बताए, मैं खुद उन्हें सौंप दूंगा।'
विजय माल्या ने कहा कि बेघर होने का सवाल ही नहीं उठता है क्योंकि कोर्ट के मुताबिक, वे सिर्फ मेरे नाम की ही संपत्ति जब्त कर सकते हैं। माल्या ने कहा कि वे मेरे से एक कदम आगे नहीं जा सकते हैं।
विजय माल्या आरोप लगाया कि भारत में यह चुनावी साल है और उसे लगता है कि वे उसे वापस लाकर सरकार सूली पर लटकाना चाहती है, इससे उन्हें चुनाव में ज्यादा वोट मिल सकें। माल्या ने कहा कि यह सब तब हो रहा है जब वह भारत आने को तैयार हैं और बैंकों से सेटलमेंट करना चाहते हैं। उन्हें सिर्फ पोस्टर ब्वॉय बनाया जा रहा है।