भारतीय बैंकों के बाद यूके की कंपनी ने भी माल्या पर ठोका 175 मिलियन डॉलर का दावा
नई दिल्ली। भारतीय बैंकों को करोड़ों रुपए का चूना लगाने वाले उद्योगपति विजय माल्या की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। एक तरफ जहां भारतीय एजेंसियां उनके खिलाफ लगातार शिकंजा कस रही हैं, तो दूसरी तरफ यूके की हाई कोर्ट में जानीमानी कंपनी डियागो ने विजय माल्या के खिलाफ 175 यूएस डॉलर के बकाए का दावा ठोक दिया है। कंपनी का कहना है कि माल्या पर कंपनी का बकाया है, जिसे उन्होंने चुकाया नहीं है। शुक्रवार को इस मामले की सुनवाई जस्टिस रॉबिन नोवेल्स ने की। इस दौरान डियागो की ओर से कहा गया है कि माल्या, उनके बेटे सिद्धार्थ और उनके परिवार से जुड़ी दो कंपनियों पर यह पैसा बकाया है, उनके उपर यह बकाया पिछले तीन साल से बकाया है।
लंदन की शराब कंपनी डियागो का कहना है कि अकेले माल्या के उपर सीधे तौर पर 40 मिलियन यूएस डॉलर का बकाया है, क्योंकि उन्होंने कंपनी के साथ करार को तोड़ा है और खुद को उससे अलग कर लिया है, जबकि बाकी का बकाया उनके बेटे सिद्धार्थ, वॉटसन लिमिटेड पर बकाया है, इस कंपनी में माल्या परिवार ट्रस्टी है। डियागो के प्रवक्ता डोमिनिक रेडफर्न ने कहा कि हमने माल्या के खिलाफ बकाए को लेकर केस किया है। बता दें कि शुक्रवार को सुनवाई के दौरान माल्या कोर्ट में उपस्थित नहीं थे।
गौरतलब है कि विजय माल्या के के खिलाफ भारत की कोर्ट में भी तमाम बैंकों के कर्ज को लेकर केस चल रहा है। उनके उपर मनी लॉड्रिंग का केस दर्ज है। भारत की कोर्ट में पेश नहीं होने की वजह से माल्या को भगोड़ा घोषित कर दिया गया है। माल्या के उपर 9000 करोड़ रुपए का बकाया है। माल्या 2 जुलाई को एक बार फिर से यूके की हाई कोर्ट में जज के सामने अपील करेंगे। दरअसल माल्या के प्रत्यर्पण को हरी झंडी दे दी गई है, इसी के खिलाफ माल्या कोर्ट में अपील करेंगे। बता दें कि यूके के होम सेक्रेटरी साजिद जाविद ने फरवरी माह में माल्या के प्रत्यर्पण का आदेश दिया था।