Video- जानिये आखिर क्यूं मजबूर हैं हाफिज सईद के सामने पाक सेना और ISI
इस्लामाबाद। दुनिया के सबसे खुंखार आतंकियों में शुमार आतंकवादी हाफिस सईद ने एक बार फिर से पाकिस्तान और पाकिस्तानी सेना का असली चेहरा सबके सामने बेनकाब कर दिया है। एक साक्षात्कार के दौरान हाफिज सईद ने खुद पाक को बेनकाब करते हुए कहा कि उसके संगठन को कश्मीर में जिहाद के लिए पाक सेना उसकी मदद करती है।
हां
पाक
सेना
और
आईएसआई
करती
है
हमारी
मदद
भारत हमेशा से इस मुद्दे को उठाता रहा है कि हाफिज सईद पाक सेना और आईएसआई की योजनाओं को अंजाम देने में अहम योगदान देता है। कश्मीर में पाक सेना हाफिज सईद के इशारों पर काम करती है। लेकिन जिस तरह से हाफिस सईद ने खुद इस बात को स्वीकार किया है उसके बाद पाक का असली चेहरा अब दुनिया के सामने है।
पाक क्यों आतंकी संगठन का समर्थन चाहता है
हाफिज सईद खुद को जमात-उद-दावा का या लश्कर-ए-तैयबा का मुखिया कह सकता है। लेकिन हकीकत यही है कि इन सभी संगठनों पर अमेरिका, यूएन और भारत ने पाबंदी लगा रखी है। ऐसे में इस बात को साफ कहा जा सकता है कि ये सभी संगठन आतंकी संगठन हैं।
दुनिया
के
सामने
नजर
उठाने
के
काबिल
नहीं
बचा
पाक
हाफिज सईद के खुद के इकरारनामे और दुनिया के द्वारा आतंकी संगठन घोषित किये जाने के बावजूद सईद आजाद सड़को पर घूमता है। हालांकि पाकिस्तान हमेशा से इस बात से इनका करता आया है कि इन संगठनों से उसका कोई लेना-देना नहीं है। लेकिन हाफिज सईद के इस इकरारनामे के बाद पाक दुनिया के सामने नजर उठाने लायक नहीं बचा है।
डंके
की
चोट
पर
हाफिज
ने
पाक
सेना
को
बताया
अपना
साथी
अपने इस बयान को देते समय हाफिज सईद जरा भी झिझका नहीं बल्कि उसने डंके की चोट पर कहा कि उसके संगठन को पाक की सेना कश्मीर में जिहाद के लिए मदद करती है। उसने कहा कि अगर भारत यहा के लोगों को उनका अधिकार नहीं दे सकता है तो जिहाद ही आखिरी रास्ता है इसके लिए।
हाफिज के सामने पाक सेना और आईएसआई लाचार
यहां यह गौर करने वाली बात है कि जब हफिज मीडिया के सामने यह बयान दे रहा था तो इसके लिए उसे पाक सेना और आईएसआई ने जरूर दी हो यह नहीं कहा जा सकता है।
लेकिन अहम बात यह है कि पाक सेना और आईएसआई उसके खिलाफ कोई कदम नहीं उठा सकती है। एक तरफ पाक जहां दुनिया में खुद को एक लोकतांत्रिक देश के रूप में दिखाना चाहता है तो वहीं दूसरी तरह वह भारत के खिलाफ हिंसा का भी चेहरा भी दिखाना चाहता है। लेकिन किसी भी देश की सेना के लिए यह करना बिल्कुल भी लोकतांत्रिक नहीं कहा जा सकता है।
किसी
भी
लोकतांत्रिक
देश
की
सेना
पर
कभी
उंगली
नहीं
उठी
किसी भी लोकतांत्रिक देश की सेना पर आजतक किसी ने उंगली नहीं उठायी है। ऐसे में पाक सेना के असली चेहरे को जिस तरह से हाफिज ने बेनकाब किया है उसके बाद पाक को खुद को दुनिया के सामने लोकतांत्रिक देश के रूप में स्थापित करना नामुमिकन है।
हाफिज और लखवी जम्मू में छेड़ सकते हैं जिहाद
हाफिज सईद अपने बयानों के चलते हमेशा सुर्खियों में रहता है लेकिन मुंबई धमाकों का मास्टर माइंड लखवी जमीनी लड़ाई को आगे बढ़ाने का काम करता है। ऐसे में जब लखवी को कोर्ट ने रिहा कर दिया है तो माना जा रहा ये दोनों किसी बड़ी साजिश को अंजाम दे सकते हैं। इन दोनों को पाक में जिहादी के तौर पर जाना जाता है
मसरत
आलम
का
भी
किया
समर्थन
हाफिज सईद ने भारत में अलगाववादी नेता मसरत आलम के समर्थन में भी बयान दिया था। सईद ने कहा था कि मसरत आलम को पाक का झंडा फहराने के लिए फिर से जेल में भेज दिया गया है, जो सरासर गलत है। यही नहीं मसरत आलम को पाक में काफी लोकप्रियता भी मिल रही है।
सईद ने भारत की पुलिस पर सवाल खड़ा करते हुए कहा था कि मसरत आलम की गिरफ्तारी गलत है। उसने कहा कि मसरत आलम ने कश्मीर में पाक का झंडा फहराया था नाकि भारत में। वहीं भारतीय खुफिया एजेंसी का कहना है कि मसरत आलम गिलानी के उत्तराधिकारी के तौर पर खुद को आगे बढ़ा रहा है, इसकी बढ़ती ताकत को रोकना सरकार की अहम चुनौती है।