Video: 6.8 तीव्रता वाले भूकंप से सहमा जापान, रुक गईं बुलेट ट्रेनें और चली गई 9000 घरों की बिजली
टोक्यो। मंगलवार को जापान में 6.8 की तीव्रता वाला भूकंप आया और इसके बाद सुनामी की चेतावनी जारी की गई। जापान की न्यूज एजेंसी क्योदो की ओर से बताया गया है कि पिछले वर्ष सिंतबर में होकाकाइदो में जोरदार भूकंप आने के बाद मंगलवार को इतनी तीव्रता वाला झटका महसूस किया गया है। इस भूकंप में 21 लोगों के घायल होने की खबरें हैं। भूकंप के बाद सुनामी की चेतावनी भी जारी की गई थी लेकिन इसे बुधवार सुबह अलर्ट को वापस ले लिया गया।
21 लोग मामूली तौर पर घायल
भूकंप का झटका इतनी तेज था कि कई जगहों पर बुलेट ट्रेन्स को रोक दिया गया। जापान के चीफ कैबिनेट सेक्रेटरी योशिहिदे सुगा ने बताया कि इस झटके के बाद करीब 9,000 घरों में बिजली चली गई थी। वहीं अथॉरिटीज अब इस बात की पड़ताल में लगी हैं कि कहीं भूकंप की वजह से किसी की मौत तो नहीं हुई है। बुधवार सुबह घरों में बिजली सप्लाई बहाल हो गई थी और बुलेट ट्रेन्स भी अपने समय पर दौड़ रही हैं। प्रधानमंत्री शिंजो आबे भी पिछली ही रात अपने ऑफिस वापस लौट आए हैं और अथॉरिटीज से रिपोर्ट मांग रहे हैं। जापान के मौसम विभाग का कहना है कि भूकंप यमागाता से करीब 50 किलोमीटर दक्षिण पश्चिम में सकाता शहर में था और समुद्र तल से करीब 14 किलोमीटर दूर महसूस किया गया। यमागाता में ही 21 लोगों के घायल होने और हल्का नुकसान होने की खबरें आई हैं। घायलों को हल्की चोटें आई हैं और अस्पताल प्रशासन का कहना है कि सभी जल्दी ठीक हो जाएंगे।
न्यूक्लियर प्लांट्स सुरक्षित
जापान में मार्च 2011 में भूकंप के बाद आई सुनामी ने हजारों लोगों की जान ले ली थी और आज भी लोग को जेहन में उसकी दहशत महसूस की जा सकती है। भूकंप के बाद काशीवाजाकरी-कारीवा न्यूक्लियर प्लांट जो नीगाता में हैं, उन्हें बंद कर दिया गया था। झटकों की वजह से यहां पर किसी भी तरह की कोई असाधारण घटना होने की कोई खबर नहीं हैं। वहीं दो और न्यूक्लियर प्लांट्स जो भूकंप प्रभावित क्षेत्र में हैं, वे भी सही है। नीगाता में दुनिया का सबसे बड़ा न्यूक्लियर पावर प्लांट है। साल 2011 के भूकंप के बाद से ही यह बंद पड़ा है और फुकुशिमा में तबाही हुई थी। अभी तक किसी भी न्यूक्लियर प्लांट में किसी भी तरह की असाधारण घटना की कोई खबर नहीं है।