Vice Presidential Debate: कमला हैरिस ने माइक पेंस को कोरोना के मुद्दे पर घेरा
वॉशिंगटन। अमेरिका में उपराष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए आज डेमोक्रैटिक पार्टी की उम्मीदवार कमला हैरिस और उराष्ट्रपति माइक पेंस के बीच बहस के दौरान दोनों ने एक दूसरे पर जमकर हमला बोला। अमेरिका के इतिहास में ऐसा पहली बार है जब कोई भारतीय मूल की महिला अमेरिका के उपराष्ट्रपति पद के लिए मैदान में है। इससे पहले कोई भी भारतीय मूल का व्यक्ति यहां तक नहीं पहुंचा है। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि कमला हैरिस काफी तेज-तर्रार महिला हैं और उनके भाषण में आक्रमता होती है, ऐसे में माइक पेंस के खिलाफ वह अच्छी बढ़त बना सकती हैं। कमला हैरिस के दमदार भाषण के दम पर डेमोक्रैटिक पार्टी को उम्मीद है कि वह राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जो बाइडेन को बढ़त देने में सफल होंगी।
अर्थव्यवस्था के मसले पर घेरा
अर्थव्यवस्था के मुद्दे पर पेंस ने कहा कि जब ट्रंप सरकार सत्ता में आई, देश की अर्थव्यवस्था की हालत बहुत खराब थी, लोगों की औसत आय को बढ़ाने की दिशा में हमने काम किया, जो बाइडेन राष्ट्रपति बनते हैं तो पहले दिन वह टैक्स बढ़ाएंगे। बाइडेन-हैरिस चीन के सामने अर्थव्यवस्था के मुद्दे पर आत्मसमर्पण करना चाहते हैं। अमेरिका की अर्थव्यवस्था का भविष्य इस चुनाव पर निर्भर है। कमला हैरिस ने कहा कि बाइडेन ने साफ किया है कि वह टैक्स नहीं बढ़ाएंगे। जो बाइडेन ऐसे व्यक्त्ति हैं जिन्होंने देश को सबसे बड़ी मंदी से बाहर निकाला था। इस समय में देश की अर्थव्यवस्था बर्बाद हो चुकी है। अस्पताल के बिल का खर्च लोग नहीं उठा पा रहे हैं।
चीन के साथ रिश्ते
कमला हैरिस ने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप चीन के साथ ट्रेड वॉर में हार गए। हैरिस पर हमला बोलते हुए माइक पेंस ने कहा कि हमने चीन के साथ कोई ट्रेड वॉर नहीं किया। चीन के साथ रिश्तों पर पेंस ने कहा कि चीन कोरोना के लिए जिम्मेदार है, ट्रंप इस बात से खुश नहीं है। उन लोगों ने हमारे लोगों को फरवरी में इस वायरस की जानकारी के लिए चीन में जाने नहीं दिया। जबकि जो बाइडेन चीन का समर्थन करते रहे। हमने चीन के साथ सभी उड़ान पर पाबंदी लगा दी। हम रिश्ते सुधारना चाहते हैं, लेकिन उन्होंने अमेरिका के साथ कोरोना से जो किया उसके लिए हम उन्हें जिम्मेदार ठहराएंगे। वहीं कमला हैरिस ने चीन से रिश्ते पर कहा कि डोनाल्ड ट्रंप चाहते हैं ओबामा सरकार ने जो कुछ किया उसे वह झुठला देना चाहते हैं, उसने काम को खत्म करना चाहते हैं। चीन के साथ ट्रेड डील वॉर की वजह से अमेरिका के लोगों को बड़ी संख्या में लोगों को नौकरी गंवानी पड़ी।
कोरोना के मसले पर भिड़े दोनों उम्मीदवार
बहस के दौरान कमला हैरिस ने ट्रंप सरकार पर जमकर हमला बोला, उन्होंने कहा कोरोना वायरस को लेकर इनकी कोई तैयारी नहीं थी। उन्होंने कहा कि अगर डोनाल्ड ट्रंप कोरोना वायरस की वैक्सीन की घोषणा करते हैं तो वह इसे नहीं लेंगी, लेकिन अगर डॉक्टर फौसी और डॉक्टर वैक्सीन का ऐलान करते हैं तो हम उसे लेने वाले पहले व्यक्ति होंगे। वहीं माइक पेंस ने कहा कि हम महज एक वर्ष के भीतर कोरोना की वैक्सीन तैयार करने जा रहे हैं। अगर ट्रंप सरकार के कार्यकाल में कोरोना की वैक्सीन आती है तो यह एक उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि 2009 में अमेरिका में स्वाइन फ्लू आया, शुक्र है कि वह कोरोना की तरह खतरनाक नहीं था, उस दौरान 60 लाख लोग स्वाइन फ्लू से संक्रमित हुआ था, अगर स्वाइन फ्लू इतना घातक होता जितना कोरोना वायरस है तो अमेरिका में बहुत लोगों की जान जाती। हमने जो काम किया है उसे खारिज ना करें, कोरोना वैक्सीन को इस तरह से खारिज नहीं करें।
कमला हैरिस ने कहा कि राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति को कोरोना के खतरे के बारे में पता था कि यह कितना खतरनाक है, आज भी इन लोगों के पास इसको लेकर कोई योजना नहीं है, लेकिन जो बाइडेन के पास है। ट्रंप प्रशासन पर हमला बोलते हुए कमला हैरिस ने कहा कि देश के इतिहास में किसी भी सरकार द्वारा अबतक की यह सबसे बड़ी त्रासदी है, देश में 2010 लोगों की पिछले कुछ महीनों में मौत हो गई। कमला के आरोपों पर पलटवार करते हुए माइक पेंस ने कहा कि जब मैं इनकी योजना देखता हूं तो ये लोग टेस्टिंग बढ़ाने की बात करते हैं, नए पीपीई बनाने की बात करते हैं, वैक्सीन बनाने की बात कहते हैं। जो बाइडेन को इन सब के बारे में बहुत कम जानकारी है। अमेरिका के जंगलों में लगी आग पर कमला ने कहा कि इन लोगों को विज्ञान पर भरोसा नहीं है। ट्रंप कहते हैं कि विज्ञान को जानकारी नहीं है। ऐसे में हमे तैयार होना चाहिए कि अमेरिका अगले 4 साल के लिए कैसे नेतृत्व को चुनना चाहता है। माइक पेंस ने कहा कि हम विज्ञान को मानते हैं। अमेरिका के लोगों ने हमेशा पर्यावरण की परवाह की है।
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