चीन से अमेरिका पहले ही हार चुका है यह जंग, पेंटागन के पूर्व सॉफ्टवेयर चीफ ने किए कई बड़े खुलासे
वॉशिंगटन, 10 अक्टूबर: अफगानिस्तान में अमेरिकी नीति की हार के बाद अब पेंटागन अपने ही लोगों की आलोचनाओं का शिकार बनने लगा है। पिछले महीने इस्तीफा देने वाले इसके चीफ सॉफ्टवेयर ऑफिसर रहे निकोलस चैल्लान ने अपनी सरकार की नीतियों के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली है। उन्होंने दावा किया है कि इसके चलते चीन लगातार अमेरिका को पीछा छोड़ता चला जा रहा है। उन्होंने कहा है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की अहमियत के बावजूद अमेरिका खुद को उसके अनुसार नहीं ढाल पाया है और इसका नतीजा ये हुआ है कि ड्रैगन इस फिल्ड में अमेरिका को पहले ही पछाड़ चुका है। उनका दावा है कि सेना के आधुनिकीकरण में चीन लगातार आगे निकलता जा रहा है, लेकिन अमेरिका का इस ओर ध्यान ही नहीं जा रहा है और वह ऐसा नहीं बर्दाश्त कर सकते थे, इसलिए अपना पद छोड़ दिया है।
एआई में चीन से पहले ही हार चुका है अमेरिका-निकोलस चैल्लान
पेंटागन के पूर्व चीफ सॉफ्टवेयर ऑफिसर निकोलस चैल्लान ने फाइनेंशियल टाइम्स से कहा है कि उन्होंने अमेरिकी मिलिट्री में तकनीकी बदलाव की धीमी गति के विरोध में अपने पद से इस्तीफा दिया है। उन्होंने पिछले हफ्ते ही इस्तीफे की घोषणा की थी। उन्होंने इसकी वजह बताते हुए कहा है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की लड़ाई में चीन पहले ही अमेरिका से आगे निकल चुका है और वह चीन को अमेरिका से आगे निकलता देखने के लिए नहीं रह सकते थे। वे बोले, 'हमारे पास 15 से 20 वर्षों तक चीन के खिलाफ मुकाबले का मौका नहीं है। इस समय यह हो चुका है; मेरी राय में यह पहले ही खत्म हो चुका है।' 37 वर्षीय निकोलस अमेरिकी एयरफोर्स के पहले चीफ सॉफ्टवेयर ऑफिसर थे।
'वैश्विक प्रभुत्व हासिल करने की ओर बढ़ रहा है चीन'
उनका कहना है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग और साइबर कैपबिलिटीज की वजह से चीन वैश्विक प्रभुत्व हासिल करने की ओर बढ़ रहा है। जबकि चीन की प्रगति की तुलना में कुछ सरकारी विभागों में अमेरिकी साइबर सुरक्षा नर्सरी स्तर पर थी। उन्होंने गूगल पर भी आरोप लगाया कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर वह अमेरिकी रक्षा विभाग के साथ काम करने में हिचकिचाता है। दूसरी ओर, चीनी कंपनियां सरकार के साथ काम करने के लिए बाध्य हैं और नैतिकता की परवाह किए बिना एआई में 'बड़े पैमाने पर निवेश' कर रही हैं। उन्होंने बताया कि जबकि चीन की तुलना में अमेरिका रक्षा पर कम से कम तीन गुना ज्यादा खर्च करता है, लेकिन उसका कोई नतीजा नहीं दिखता है।
'हम हारने के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर क्यों तैयार कर रहे हैं?'
अपने इस्तीफे में भी उन्होंने कई ऐसे सवाल उठाए हैं, जिससे चीन के वैश्विक स्तर पर बढ़ते दबदबे के बीच पेंटागन की फजीहत हो रही है। उन्होंने लिखा था कि 'कृप्या एक मेजर या लेप्टिनेंट कर्नल को (उनकी देशभक्ति, असाधारण दृष्टिकोण और संस्कृति के बावजूद) 10 से 40 लाख यूजर्स के लिए आईसीएएम,जीरो ट्रस्ट या क्लाउड का इंचार्ज बनाना बंद करें, जबकि इस फिल्ड में उनका कोई कोई पुराना अनुभव नहीं है- हम महत्वपूर्ण इंफ्रास्ट्रक्चर को हारने के लिए खड़ा कर रहे हैं। हम व्यापक उड़ान प्रशिक्षण के बिना एक पायलट को कॉकपिट में नहीं रखेंगे; हम बिना आईटी अनुभव वाले किसी व्यक्ति के सफल होने की उम्मीद क्यों करते हैं? उन्हें नहीं पता कि क्या करना है या किसे प्राथमिकता देनीहै, जिसके अंतहीन जोखिम शुरू हो जाता है और फोकस घटता है।' (तस्वीरें-सांकेतिक)