ताइवान स्ट्रेट से गुजरा अमेरिकी जंगी जहाज, क्या जो बाइडेन चीन को दे रहे हैं खुली चेतावनी
नई दिल्ली- अमेरिकी नेवी (US Navy) ने आज ताइवान जलसंधि (Taiwan Strait) के रास्ते अपना गाइडेड-मिसाल डिस्ट्रॉयर (guided-missile destroyer) भेज दिया है। जबसे जो बाइडेन (Joe Biden) अमेरिका के राष्ट्रपति बने हैं, ऐसा पहली बार हो रहा है कि अमेरिका ने अपना जंगी जहाज समंदर के उस रास्ते पर से गुजारने का फैसला किया है, जो चीन और ताइवान को अलग करता है। माना जा रहा है कि बाइडेन प्रशासन ने सत्ता संभालने के दो हफ्ते से भी पहले ऐसा करके चीन की शी जिनपिंग सरकार को साफ चेतावनी दे दी है कि वह ताइवान को अकेला समझने की गलती ना करे।
चीन को अमेरिका की खुली चेतावनी!
सीएनएन की एक रिपोर्ट के मुताबिक जापान स्थित अमेरिकी नौसेना का जंगी जहाज जॉन ए मकेन (John S McCain) ताइवान जलसंधि (Taiwan Strait)के रास्ते रुटीन अभियान पर निकला है। अमेरिका ने अपने ऐक्शन को अंतरराष्ट्रीय कानून की भावनाओं के मुताबिक बताया है। अमेरिकी नेवी के सातवें फ्लीट के प्रवक्ता जो केइली ने बयान जारी कर कहा है, 'मुक्त और खुले इंडो-पैसिफिक के प्रति अमेरिकी प्रतिबद्धता दिखाने के लिए जहाज ताइवान स्ट्रेट से होकर निकला है। अंतरराष्ट्रीय कानून जहां भी इजाजत देता है अमेरिकी सेना कहीं भी उड़ान भरेगी, जलयात्रा करेगी और कार्य करती रहेगी। 'गौरतलब है कि बाइडेन के शासन के पहले ही हफ्ते में चीन (China) ने ताइवान की ओर कई लड़ाकू विमान भेजकर ताइवान को डराने की कोशिश की थी, जिसके बाद उसे भी अपने फाइटर जेट चीनी जंगी विमानों की निगराने के लिए तैनात करने पड़ गए थे।
अमेरिकी जंगी जहाज देखकर चीन को लगी मिर्ची!
माना जा रहा है कि नए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden)के लिए स्वशासित ताइवान का मसला पहली सबसे चुनौतिपूर्ण विदेश नीति में से एक है। गौरतलब है कि चीन, ताइवान पर अपनी पूर्ण संप्रभुता का दावा करता है। जबकि, तथ्य यह है कि 70 साल से भी ज्यादा वक्त से दोनों अलग-अलग देश की तरह कार्य कर रहे हैं और उनका शासन पूरी तरह से अलग है। अभी अमेरिका ने जिस तरह से चीन को चिढ़ाते हुए ताइवान और उसके बीच के समंदर से अपना मिसाइल डिस्ट्रॉयर निकालने का फैसला किया है, उसके पीछे हाल ही में चीन की ओर से ताइवान पर दिखाई गई वही धौंस वाली कार्रवाई हो सकती है। बाइडेन प्रशासन की ओर से उठाया ये कदम सटीक निशाने पर लगा भी है और चीन इसे ताइवान की आजादी को प्रोत्साहन देने के लिए उकसावे वाली कार्रवाई की तरह देख रहा है।
पहले भी अमेरिका करता रहा है ऐसा
हालांकि, बाइडेन प्रशासन के वक्त में भले ही अमेरिकी जंगी जहाज ने पहली बार ताइवान स्ट्रेट का रास्ता लिया हो, लेकिन ऐसा पहले भी होता रहा है। अमेरिकी नौसेना के मुताबिक पिछला जंगी जहाज इस समुद्री रास्ते से पिछले साल 31 दिसंबर को गुजरा था। कुल मिलाकर 2020 में ऐसा 13 बार हुआ, जो कि बराक ओबामा के शासन काल के आखिरी वर्ष के बाद सबसे ज्यादा है। 2016 में 12 बार अमेरिकी जंगी जहाज ताइवान स्ट्रेट से होकर गुजरे थे।
ताइवान पर ट्रंप के ही रास्ते चलेंगे बाइडेन!
अमेरिकी नेवी के ताजा रुख से लगता है कि बाइडेन भी डोनाल्ड ट्रंप की तरह ताइवान के साथ डटे होने की अमेरिकी नीति पर ही आगे बढ़ना चाहते हैं। ट्रंप ने ताइवान को ना सिर्फ एफ-16 फाइटर जेट दिए थे, बल्कि एडवांस मिसाइल, मेन बैटल टैंक देने के साथ ही अपने उच्च स्तरीय राजनयिकों को भी ताइपे भेजा था। इसी नीति को जारी रखने का संकेत देते हुए नए अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन (US Secretary of State Antony Blinken) ने हाल ही में कहा था, 'ताइवान के लिए एक मजबूत और द्वपक्षीय प्रतिबद्धता है।........इस प्रतिबद्धता का एक हिस्सा ये है कि यह सुनिश्चत रहे कि ताइवान खुद को आक्रमकता के खिलाफ बचाव करने में सक्षम रहे। और यह प्रतिबद्धता बाइडेन प्रशासन में निश्चित तौर पर दिखाई देगी।' ('जॉन ए मकेन' की तस्वीरें सौजन्य-पत्रकार Chris Cavas और U.S. Indo-Pacific Command के ट्विटर हैंडल से )