वीकएंड पर श्रीलंका के चर्च फिर से बन सकते हैं आतंकियों का निशाना, अमेरिका ने किया आगाह
कोलंबो। श्रीलंका की राजधानी कोलंबो स्थित अमेरिकी दूतावास की ओर से चेतावनी दी गई है कि इस वीकएंड और ज्यादा धार्मिक स्थलों पर हमले हो सकते हैं। इसके साथ ही लोगों से अपील की गई है कि वे चर्च और ऐसे धार्मिक स्थलों से दूर रहें। ईस्टर संडे के मौके पर श्रीलंका में हुए आठ सीरियल ब्लास्ट्स में 253 लोगों की मौत हो चुकी है। पुलिस की ओर से हमलों में शामिल बाकी संदिग्धों की तलाश तेजी से की जा रही है। श्रीलंका पुलिस की ओर से छह उन संदिग्धों की तस्वरी और उनके नाम भी रिलीज कर दिए गए हैं जिन्हें साजिश का अहम हिस्सा माना जा रहा है।
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अमेरिकी दूतावास ने किया ट्वीट
श्रीलंका में और ज्यादा हमलों की चेतावनी को ट्वीट कर जारी किया गया है। अमेरिकी दूतावास ने ट्वीट में लिखा, 'पूजा और प्रार्थना करने वाली जगहों से इस वीकऐंड दूर रहें तो 26 अप्रैल से शुरू हो रहा है और 28 अप्रैल रविवार तक जारी रहेगा।' दूतावास ने आगे लिखा कि भीड़-भाड़ वाली जगहों से दूर रहे और लगातार सतर्क रहें। अमेरिका की ओर से यह वॉर्निंग ऐसे समय आई है जब श्रीलंका के पीएम रानिल विक्रमसिंघे की ओर से कहा गया है कि आतंकी जिनके पास विस्फोटक हैं अभी भी फरार हैं। पीएम विक्रमसिंघे के मुताबिक इन्हें जल्द से जल्द तलाशना होगा। लोकल कैथोलिक चर्च के मुखिया मैल्कम कार्डिनल रंजीत ने सभी चर्चों से हालत सुधरने तक संडे मास बंद करने को कहा है।
पीएम बोले पाकिस्तान से ली जाएगी मदद
श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने कहा है कि हमले में विदेशी लिंक्स की जांच की जा रही है। अभी तक कोई ऐसे सुबूत नहीं मिले हैं जिनसे किसी खास देश का हाथ हमलों में साबित होता है। लेकिन इसके बाद भी अगर जरूरत पड़ी तो पाकिस्तान से भी मदद ली जाएगी। भारतीय मीडिया की ओर से पूछे गए सवाल के जवाब में विक्रमसिंघे ने कहा कि श्रीलंका की इंटेलीजेंस एजेंसिया विदेशी एजेंसियों के साथ काम कर रही है। यह पहला मौका है जब अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद ने श्रीलंका को निशाना बनाया है।
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