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चीन के साथ सीमा विवाद में भारत का साथ देगा अमेरिका- खुफिया खुलासा

चीन के साथ भारत के चले आ रहे सीमा विवाद के बीच अमेरिका भारत को डिप्लोमेटिक, मिलिट्री और इंटेलिजेंस सपोर्ट देगा । ऑस्ट्रेलियाई न्यूज चैनल ABC न्यूज ने नये यूएस नेशनल सिक्योरिटी दस्तावेजों के हवाले से ये बड़ा दावा किया है

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चीन सीमा विवाद: चीन के साथ भारत के चले आ रहे सीमा विवाद के बीच अमेरिका भारत को डिप्लोमेटिक, मिलिट्री और इंटेलिजेंस सपोर्ट देगा । ऑस्ट्रेलियाई न्यूज चैनल ABC न्यूज ने नये यूएस नेशनल सिक्योरिटी दस्तावेजों के हवाले से ये बड़ा दावा किया है। ABC न्यूज की ये रिपोर्ट भारत-अमेरिका डिप्लोमेटिक रिलेशन को और मजबूत करने के लिए उठाए गये कदम के तौर पर देखा जा रहा है। पिछले साल LAC यानि लाइन ऑफ एक्च्वल कंट्रोल पर भारत और चीनी सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुआ था, जिसमें भारत के कई जवान शहीद हुए थे, वहीं 40 से ज्यादा सैनिक भी मारे गये थे। जिसके बाद अब ये खबर आ रही है, कि अमेरिका इंडो पेसेफिक रिजन में भारत को मिलिट्री, डिप्लोमेटिक और इंटेलिजेंस मदद ऑफर कर सकता है।

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ऑस्ट्रेलियन मीडिया का बड़ा दावा

2018 की शुरुआत में, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद द्वारा 2017 में विकसित की गई रणनीति का समर्थन किया था। दरअसल, व्हाइट हाउस ने एक राष्ट्रीय सुरक्षा ब्रीफिंग तैयार किया था। जिसे पहले "गुप्त" और "विदेशी नागरिकों के लिए नहीं" के तौर पर वर्गीकृत किया गया था । लेकिन, अब इसका खुलासा होने के बाद अब इसे बुधवार को जारी किए जाने की संभावना है। ऑस्ट्रेलिया के न्यूज चैनल एबीसी न्यूज ने मंगलवार को इस दस्तावेज के हवाले से ये रिपोर्ट प्रकाशित की है।

डॉक्यूमेंट में भारत को समर्थन देने की पेशकश

डॉक्यूमेंट का हवाला देते हुए एबीसी न्यूज ने दावा किया है, कि अमेरिका ने "राजनयिक, सैन्य और खुफिया चैनलों के माध्यम से भारत को समर्थन देने की पेशकश करने का प्लान बनाया। ताकि चीन के साथ सीमा विवाद का भारत समाधान कर सके। डॉक्यूमेंट में कहा गया है, कि भारत को मदद देने के पीछे अमेरिका का उद्येश्य एशिया में चीन के मुकाबले भारत को मजबूत बनाना है। अमेरिका का मानना है, कि एशिया में भारत को मिलिट्री और इंटेलिजेंस सपोर्ट देने से भारत के डिफेंस सेक्टर में तेजी से वृद्धि होगी, जिससे अमेरिकी रक्षा व्यापार और रक्षा प्रौद्योगिकी का भी विकास हो सकेगा।

यूएस नेशनल सिक्योरिटी के खुफिया दस्तावेज में खुलासा

यूएस नेशनल सिक्योरिटी के इस खुफिया दस्तावेज में कहा गया है, कि ऑस्ट्रेलिया, भारत और जापान के साथ अमेरिका इंडो-पैसिफिक रणनीति को और मजबूत कर सकता है, साथ ही जापान और ऑस्ट्रेलिया के साथ अमेरिका के सहयोग को गहरा करने के साथ ही भारत के साथ एक चतुर्भुज सुरक्षा संबंध भी बनाने में अमेरिका को सफलता मिलेगी।
पिछले तीन वर्षों में अमेरिका ने भारत के साथ तीन महत्वपूर्ण रक्षा समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं, जिनमें से हर समझौता भारत और अमेरिका के बीच हुए मंत्रिस्तरीय टू प्लस टू वार्ता में किया गया। इनमे संवेदनशील सैन्य जानकारी और प्रौद्योगिकी को रियल टाइम शेयर करने के समझौतों पर भारत और अमेरिकी मंत्रियों ने हस्ताक्षर किए थे। भारत और अमेरिका के बीच हुए ये समझौते कम्यूनिकेशन कंपेटिबिलिटी एंड सिक्योरिटी एग्रीमेंट (COMCASA), द इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी एनेक्स टू द जनरल सिक्योरिटी ऑफ मिलिट्री इनफॉर्मेशन एग्रीमेंट और बेसिक एक्सचेंज एंड कॉर्पोरेशन एग्रीमेंट (BECA) हैं। हाल ही में एक विदाई संबोधन में अमेरिकी राजदूत केनेथ जस्टर ने विशेष रूप से इन समझौतों का उल्लेख करते हुए कहा, कि इन समझौतों से भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय साझेदारी को और बढ़ावा मिलेगा।

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English summary
China border dispute: America will provide diplomatic, military and intelligence support to India amidst India's ongoing border dispute with China
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