यौन उत्पीड़न के आरोपी ब्रेट कावानॉघ बनेंगे अमेरिका में सुप्रीम कोर्ट के जज!
वॉशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सुप्रीम कोर्ट के ब्रेट कावानॉघ को नॉमिनेट किया है। लेकिन अब कावानॉघ की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रहा है। एक महिला ने ब्रेट यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। मामला स् 1980 का है और रविवार को सबके सामने आ गया। हालांकि रिपब्लिकन पार्टी के सदस्यों का कहना है कि इस हफ्ते वह कमेटी वोटिंग के लिए अपनी पूर्व योजना पर ही आगे बढ़ेंगे। अमेरिकी अखबार वॉशिंगटन पोस्ट की ओर से इस पूरे मामले पर पीड़ित का इंटरव्यू लिया गया है।
जज बनने का रास्ता बहुत आसान
वॉशिंगटन पोस्ट को दिए इंटरव्यू में पीड़िता ने बताया है कि वॉशिंगटन के तहत आने वाले मैरीलैंड में हाईस्कूल की छात्रा थीं। उस समय शराब के नशे में लड़खड़ात रहे कावानॉघ ने उन्हें बेड पर धक्का दिया, उन्हें दबोचा और फिर उनके कपड़े उतार दिए थ। पिछले हफ्ते ही ट्रंप ने देश की सर्वोच्च अदालत के लिए कावानॉघ के तौर पर दूसरा नामांकन किया है। वहीं कावानॉघ ने इन सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। व्हाइट हाउस की ओर से भी इस पूरे विवाद पर कोई भी टिप्पणी करने से साफ इनकार कर दिया गया है। सीनेट में रिपब्लिकन पार्टी के प्रवक्ता मिच मैकॉनेल ने कहा है कि उनके पास इस बारे में बताने को कुछ भी नहीं है।
सीनेट पर रिपब्लिकन का नियंत्रण है जहां पर 51 सदस्य रिपब्लिकन पार्टी के हैं तो वहीं डेमोक्रेटिक पार्टी के 49 सदस्य हैं। ऐसे में डेमोक्रेटिक पार्टी के सदस्य कावानॉघ की नियुक्ति को रोक नहीं सकते हैं। हां अगर रिपब्लिकन पार्टी के कुछ नेता कोई असाधारण फैसला ले लें और ट्रंप के खिलाफ वोट करने का फैसला लें, तो ही कुछ हो सकता है। वहीं पार्टी की दो महिला सीनेटर्स जिन्होंने गर्भपात कानूनों को अपना समर्थन दिया था, लिजा मुरकोवस्की और सुसैन कोलिंस पर अब इस बात का दबाव बन गया है कि वे कावानॉघ का सपोर्ट न करें।