नॉर्थ कोरिया की कैद से छूटकर आए अमेरिकी छात्र ओट्टो वाराम्बियर की मौत, ट्रंप ने दी बदले की धमकी
वॉशिंगटन। एक हफ्ते पहले नॉर्थ कोरिया ने अमेरिका के जिस छात्र ओट्टो वाराम्बियर,को रिहा किया था, उसकी मौत हो गई है। वारम्बियर करीब 17 माह नार्थ कोरिया की हिरासत में थे और जब से वापस आए थे तब से ही वह कोमा में थे।
सीक्रेट मीटिंग के बाद हुए थे आजाद
22 वर्ष के ओट्टो, वर्जिनिया यूनिवर्सिर्टी के छात्र थे और सोमवार को क्लेवलैंड हॉस्पिटल में उनकी मृत्यु हुई। वह जब से नॉर्थ कोरिया से लौटे थे, इसी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उनकी रिहाई को अपनी प्राथमिकता करार दिया था। नॉर्थ कोरिया में किम जोंग उन के शासन ने भी अमेरिकी राजनयिकों के साथ हुई एक सीक्रेट मीटिंग के बाद उन्हें रिहा करने का फैसला किया था। ओट्टो की रिहाई को लेकर दोनों देशों के अधिकारियों की एक सीक्रेट मीटिंग नॉर्वे की राजधानी ओस्लो में हुई तो एक मीटिंग यूनाइटेड नेशंस के हेडक्वार्टर न्यूयॉर्क में हुई थी। राष्ट्रपति ट्रंप ने भी ओट्टो की रिहाई के बाद उनके परिवार से बात की थी और अब उनकी मौत पर अपनी संवदेनाएं जाहिर की हैं। राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने बयान में कहा है, 'ओट्टो के निधन के बाद मेरे प्रशासन ने इस तरह की घटनाओं को सख्ती से रोकने की दिशा में काम करने के लिए दृढ़ निश्चिय किया है ताकि मासूम लोग उस शासन का शिकार न बन सकें जो मानवता के किसी भी तरह के कानूनों को नहीं मानते हैं।' उन्होंने आगे कहा है कि अमेरिका, नॉर्थ कोरिया के शासन की ओर से दिखाई गई इस बेदर्दी की कड़ी निंदा करता है।
पोस्टर चुराने के आरोप में जेल
जनवरी 2016 में ओट्टो को उस समय हिरासत में ले लिया गया था जब वह एक ट्रिप पर थे। दो माह चले ट्रायल के बाद ओट्टो को 15 वर्ष की सजा सुनाई गई और उन पर आरोप लगाया गया कि वह एक पोस्टर को चोरी कर रहे थे। अमेरिकी विशेषज्ञों ने इस ट्रायल को एक मजाक करार दिया था। अमेरिकी अधिकारियों को इसी माह इस बात की जानकारी दी गई थी कि ट्रायल के तुरंत बाद ओट्टो कोमा में चले गए थे और इसी स्थिति में हैं। उनके माता-पिता की ओर से बयान जारी किया गया है और इसमें सिनसिनाटी हॉस्पिटल को धन्यवाद दिया गया है जहां पर उनका इलाज जारी था। उन्होंने आरोप लगाया है कि नॉर्थ कोरिया में उनके बेटे को टॉर्चर किया गया और इसकी वजह से ही उन्हें आज यह दिन देखने को मजबूर होना पड़ रहा है। वहीं राष्ट्रपति ट्रंप ने नॉर्थ कोरिया को धमकी दी है कि वह इस बर्बरता का बदला लेकर रहेंगे।