अमेरिका में पहली बार मुफ्त में काम कर रहे हैं सैनिक, फिर भी नहीं बदल रहे हैं ट्रंप के तेवर
वॉशिंगटन। अमेरिका में एक माह होने को आए हैं और शटडाउन खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। अमेरिकी इतिहास में यह पहला मौका है जब कोई शटडाउन इतने दिन तक चला है। अमेरिका में सन् 1976 से 20 बार सरकारी शटडाउन हो चुका है लेकिन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकाल में यह अब तक का सबसे ज्यादा दिनों तक चलने वाला शटडाउन है। इस शटडाउन की वजह से अमेरिकी सैनिकों को बिना सैलरी के काम करना पड़ रहा है। ट्रंप को मैक्सिको बॉर्डर वॉल के लिए 5.7 बिलियन डॉलर चाहिए और जब तक अमेरिकी कांग्रेस इस रकम को मंजूरी नहीं देगी, शटडाउन खत्म नहीं होगा।
800,000 कर्मियों को नहीं मिल पा रही सैलरी
इस शटडाउन की वजह से अमेरिकी सरकार के एक चौथाई इंप्लॉईज बिना सैलरी के काम करने को मंजूर हैं। कई सरकारी विभागों और कई और एजेंसियों के इंप्लॉईज को अब तक सैलरी नहीं मिली है। न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक करीब 800,000 सरकारी कर्मियों को सैलरी नहीं मिल रही है। 50 प्रतिशत से ज्यादा इंप्लॉईज को बिना सैलरी के भी काम पर आने का आदेश दिया गया है। इन वर्कर्स में ही अमेरिकी मिलिट्री के भी सदस्य हैं जो बिना तनख्वाह के काम करने को मजबूर हैं। नेवी टाइम्स की ओर से अंदाजा लगाया गया है कि करीब 43,000 कोस्ट गार्ड इंप्लॉईज बिना रकम के काम कर रहे हैं। मंगलवर को भी इन्हें सैलरी का चेक नहीं मिला था।
भारी मन से एडमिरल ने दी जानकारी
यूएस कोस्ट गार्ड के कमांडेंट एडमिरल कार्ल एल स्क्लट्ज ने सैनिकों को इस बात की जानकारी दी है। उन्होंने बताया, 'आज आपको माह के बीच मिलने वाला सैलरी चेक नहीं मिलेगा।' उन्होंने आगे लिखा है कि उनके संज्ञान में देश के इतिहास में यह पहला मौका है जब अमेरिकी सेनाओं को सरकार में मतभेद की वजह से उनकी सैलरी नहीं दी जा सकी है। उन्होंने कहा कि इस अनिश्चितात की स्थिति में वह सैनिकों और उनके परिवारों की चिंताओं को समझते हैं। उन्होंने जानकारी दी है कि कोस्ट गार्ड म्यूचुअल असिस्टेंस (सीजीएमए) को यूएसएए की ओर से 15 मिलियन डॉलर की मदद मिली है ताकि जरूरतमंद सैनिकों की मदद की जा सके।
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शटडाउन खत्म होना बहुत जरूरी
सीजीएमए और अमेरिकन रेड क्रॉस की मदद से इस फंड को जरूरी कामों के लिए वितरित किया जाएगा। स्क्लट्ज ने आगे कहा कि उन्हें नहीं मालूम है कि कब तक यह शटडाउन जारी रहेगा लेकिन इसके बाद भी सैनिकों के मनोबल में कमी नहीं आने की अपील की गई है। हालांकि अमेरिकी मिलिट्री में सिर्फ कोस्ट गार्ड ही ऐसी ब्रांच है जिसे शटडाउन की वजह से फंड नहीं मिल सका है। कोस्ट गार्ड, अमेरिका के गृह मंत्रालय के तहत आता है न कि रक्षा विभाग के तहत। स्क्लट्ज ने बताया है कि शटडाउन जारी रहने की वजह से आने वाले दिनों में समस्याएं बढ़ सकती हैं। अमेरिका में इस शटडाउन की वजह से कई विभाग में कार्यरत लोगों को क्रिसमस और न्यू ईयर का जश्न बिना सैलरी के मनाना पड़ा था।