अमेरिकी जर्नलिस्ट डैनियल पर्ल के हत्यारे की सजा कम होने पर पाकिस्तान पर बिफरा अमेरिका, आतंकियों ने किया था सिर कलम
वॉशिंगटन। पाकिस्तान की सिंध कोर्ट ने अमेरिकी जर्नलिस्ट डैनियल पर्ल के हत्यारे अहमद उमर सईद को मिली मौत की सजा को सात साल की कैद में तब्दील कर दिया है। इस फैसले के बाद बौखलाए अमेरिका ने पाक को लताड़ा है। पाक के विदेश मंत्री माइक पोंपेयो पे ट्वीट कर कहा है कि उनका देश कभी भी पर्ल को नहीं भूला पाएगा। पर्ल, वॉल स्ट्रीट जरनल के साथ जर्नलिस्ट थे और जिस समय वह पाक में थे, बेदर्दी के साथ उनका कत्ल कर दिया गया था।
'पर्ल को कभी नहीं भूलेगा अमेरिका'
पोंपेयो ने ट्वीट किया और लिखा, 'अमेरिका कभी डैनियल पर्ल को नहीं भूलेगा। हम हमेशा उन्हें एक साहसिक जर्नलिस्ट के तौर पर सम्मान देते रहेंगे और उनकी नृशंस हत्या के लिए इंसाफ की मांग करते हैं।' अमेरिका ने शुक्रवार को पाकिस्तान की कोर्ट की आलोचना की है जिसमें शेख की सजा को पलट दिया गया। अमेरिका ने इस फैसले को आतंकवाद के पीड़ितों का अपमान करार दिया है। दक्षिण और मध्य एशिया के लिए विदेश विभाग में बतौर सहायक विदेश मंत्री की भूमिका निभा रहीं एलिस वेल्स ने इस पर प्रतिक्रिया दी है। वेल्स ने कहा, 'डैनियल पर्ल के हत्यारे पर फैसले को दुनिया में हर कहीं भी मौजूद आतंकवाद के सताए किसी व्यक्ति का अपमान है।'
बेदर्दी से की गई थी पर्ल की हत्या
डैनियल पर्ल, वॉल स्ट्रीट जनरल के साथ बतौर साउथ एशिया ब्यूरो चीफ काम कर रहे थे। 23 जनवरी 2002 को आतंकियों ने कराची से उनका अपहरण किया था। इसके बाद आतंकियों ने बेदर्दी से उनका सिर कलम कर दिया था। 15 जुलाई 2002 को एंटी-टेररिज्म कोर्ट ने चार आतंकियों को हत्या का दोषी बताया था। गुरुवार को पाक की सिंध कोर्ट ने शेख को मिली मौत की सजा को सात साल में बदल दिया। शेख, पाकिस्तान मूल का ब्रिटिश नागरिक है। उसे साल दिसंबर 1999 भारत ने आईसी-814 को छोड़ने के एवज में आजाद किए गए जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों के साथ रिहा किया था। शेख को पाकिस्तान की एंटी-टेररिज्म कोर्ट की तरफ से सजा सुनाई गई थी।