ट्रंप ने लिया चीन को नाराज करने वाला फैसला, शिनजियांग के ग्रुप को आतंकी संगठनों की लिस्ट से हटाया
वॉशिंगटन। अमेरिकी चुनावों के फाइनल नतीजों की घोषणा होने में अभी समय है। रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अभी कुछ समय तक व्हाइट हाउस में हैं और जाने से पहले उन्होंने एक ऐसा काम किया है जिसके बाद चीन को मिर्ची लग सकती है। अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोंपेयो ने शिनजियांग में सक्रिय ईस्ट तुर्केस्तान इस्लामिक मूवमेंट (ETIM) को आतंकी संगठनों की लिस्ट से हटा दिया है। पोंपेयो के इस फैसले से चीन को खासी दिक्कतें हो सकती हैं।
चीन पर लगते हैं कई आरोप
ETIM एक इस्लामिक संगठन है जिसे चीन अक्सर शिनजियांग प्रांत में होने वाले आतंकी हमलों के लिए जिम्मेदार बताता है। पोंपेयो ने 20 अक्टूबर को उस आदेश पर साइन किए थे जिसमें इसे आतंकी संगठनों की लिस्ट से निकालने की बात शामिल थी। लेकिन इस आदेश को गुरुवार को सार्वजनिक किया गया है। यह संगठन एक छोटा सा इस्लामिक अलगाववादी संगठन है जो शिनजियांग में सक्रिय है जो कि उइगर मुसलमानों का घर है। इस संगठन की शुरुआत हसन महसुम ने काश्गर क्षेत्र से की थी। महसुम को साल 2003 ने पाकिस्तान की सेना मार दिया था। संगठन पर अल कायदा और तालिबान के साथ जुड़े होने के आरोप भी लगे थे। यूनाइटेड नेशंस सिक्योरिटी काउंसिल (यूएनएससी) के 1882 रेजोल्यूशन के तहत यह अभी तक आतंकी संगठनों की लिस्ट में है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का प्रशासन अक्सर शिनजियांग में चीन की तरफ से मानवाधिकार उल्लंघनों की बात करता है। पोंपेयो के फैसले को इससे ही जोड़कर देखा जा रहा है। मानवाधिकार संगठनों का कहना है कि चीन अक्सर ETIM की आड़ में उइगर मुसलमानों पर प्रतिबंध लगाता है और मानवाधिकार के कार्यकर्ताओं को चीन से बाहर रखता है।