अमेरिका ने कहा भारत के साथ होने वाले 2+2 डायलॉग को टालने की वजह व्यापार नहीं
अमेरिका ने बुधवार को भारत के साथ होने वाले 2+2 डायलॉग को टाल दिया है। अमेरिका ने कहा है कि न तो व्यापार की वजह से और न ही नीतिगत मुद्दों की वजह से इस मीटिंग को टाला गया है बल्कि कुछ और वजहों से इसे कुछ समय के लिए स्थगित किया गया है।
वॉशिेंगटन। अमेरिका ने बुधवार को भारत के साथ होने वाले 2+2 डायलॉग को टाल दिया है। अमेरिका ने कहा है कि न तो व्यापार की वजह से और न ही नीतिगत मुद्दों की वजह से इस मीटिंग को टाला गया है बल्कि कुछ और वजहों से इसे कुछ समय के लिए स्थगित किया गया है। छह जुलाई को भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण वॉशिेंगटन जाने वाली थीं। यहां पर उनकी मुलाकात अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोंपेयो और रक्षा मंत्री जिम मटीज से मुलाकात करने वाली थीं। लेकिन ठीक 10 दिन पहले ही इसे स्थगित करने की जानकारी अमेरिका की ओर से दी गई।
माइक पोंपेयो होंगे अमेरिका से बाहर
कहा जा रहा है कि जिस समय यह मीटिंग होनी है, उस समय माइक पोंपेयो, अमेरिका में नहीं होंगे। अमेरिका की मानें तो इसके पीछे ट्रेड वॉर या फिर प्रतिबंध या फिर किसी तरह की कोई नीति जिम्मेदार नहीं है। अमेरिका की मानें तो इस डायलॉग को अचानक स्थगित नहीं किया गया है बल्कि दोनों देशों के अधिकारी इस घटनाक्रम के बारे में जानते थे। पोंपेयो मीटिंग वाली तारीख पर वॉशिंगटन में नहीं होंगे। भारतीय और अमेरिकी अधिकारी दोनों ही इस बात को बता रहे हैं। हालांकि अभी तक यह नहीं मालूम है कि पोंपेयो कहां जा रहा है और इसकी वजह से ही कई तरह की अटकलों को बल मिल रहा है।
पोंपेयो ने किया था सुषमा को फोन
अमेरिका ने बुधवार को भारत को जानकारी दी है कि उसने 2+2 डायलॉग को कैंसिल कर दिया है। अगले हफ्ते होने वाले इस डायलॉग को अमेरिका ने 'अपरिहार्य' कारणों से स्थगित किया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार की ओर से बुधवार को ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी गई। इस डायलॉग के लिए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण वॉशिंगटन जाने वाली थीं। यहां पर दोनों मंत्री छह जुलाई को अपने अमेरिकी समकक्ष माइक पोंपेयो और जिम मटीस के साथ कई अहम मुद्दों पर चर्चा करने वाली थीं। पोंपेयो ने बुधवार को सुषमा को कॉल करके बताया कि वह इस मीटिंग में शामिल नहीं हो पाएंगे और अपरिहार्य कारणों से इसे स्थगित करना पड़ रहा है।
पिछले वर्ष मोदी के दौरे पर बनी थी रजामंदी
दोनों देशों के बीच इस नए तरह के डायलॉग पर उस समय रजामंदी बनी थी जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पिछले वर्ष अमेरिका गए थे। जून 2017 में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के निमंत्रण पर पीएम मोदी ने व्हाइट हाउस का दौरा किया और दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय वार्ता हुई। इसी दौरान दोनों देश बातचीत के इस नए फॉर्मेट के लिए राजी हुए थे। पिछले वर्ष जून के बाद दोनों देशों की ओर से इस डायलॉग के लिए कई तारीखों पर विचार-विमर्श हुआ और अंत में छह जुलाई की तारीख पर सहमति बनी। इससे पहले इस वर्ष की शुरुआत में भी इस डायलॉग को कैंसिल किया गया था। उस समय अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोंपेयो के नाम पर अनिश्चितता के चलते यह डायलॉग कैंसिल हुआ था।