अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने स्वीडन और फिनलैंड का नाटो में आवेदन देने के फैसले का किया स्वागत, कह दी ये बात
वाशिंगटन, 19 मईः अमेरिका के प्रधानमंत्री जो बाइडेन ने फिनलैंड और स्वीडन के नाटो में शामिल होने के आवेदन का स्वागत किया है। राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इन दोनों देशों के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि यह एक महत्वपूर्ण दिन था और उनकी सरकार नार्डिक देशों के इस निर्णय का पूरा समर्थन करती है।

दोनों देशों का किया स्वागत
स्वीडिश प्रधानमंत्री मैग्डेलेना एंडर्सन और फिनिश राष्ट्रपति सौली निनिस्टो के साथ बातचीत के बाद एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए जो बाइडेन ने कहा कि आज मुझे इन दो महान लोकतांत्रिक देशों को दुनिया के सबसे मजबूत, सबसे शक्तिशाली, रक्षात्मक गठबंधन में शामिल होने पर गर्व है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने जोर देकर कहा कि यूक्रेन में चल रहे युद्ध के बीच फिनलैंड और स्वीडन के गठबंधन में शामिल होने के फैसले से पता चलता है कि नाटो अभी भी प्रासंगिक है।

नाटो अभी भी प्रासंगिक
राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अपनी बात आगे रखते हुए कहा कि आज कोई सवाल नहीं है। नाटो प्रासंगिक है। प्रभावी है। और सच कहें तो पहले से कहीं अधिक इसकी आवश्यक्ता है। यह दशकों तक अपरिहार्य गठबंधन रहा है और अभी भी दुनिया के अपरिहार्य गठबंधन है। फिनलैंड और स्वीडन का स्वागत करते हुए बाइडेन ने कहा कि ये दोनों देश गठबंधन की सुरक्षा बढाएंगे। उन्होंने कहा ये दोनों देश नाटो की हर आवश्यक्ता को पूरा करते हैं। इसके साथ ही उन्होंने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि अब और उत्तर में नाटो के दो नए सदस्य होने से हमारे गठबंधन की सुरक्षा बढ़ेगी।

दोनों देशों ने अमेरिका को दिया धन्यवाद
उन्होंने कहा कि फिनिश और स्वीडिश सैनिकों ने पहले ही कोसोवो, अफगानिस्तान, इराक में अमेरिका और नाटो बलों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर सेवा की है। ये दोनों देश पहले से ही अमेरिका और अन्य सहयोगियों के साथ समन्वय में काम कर रहे हैं ताकि यूक्रेन के बहादुर लोगों का समर्थन किया जा सके। इस दौरान फिनलैंड और स्वीडन के राष्ट्रपति ने भी इस अवसर पर अपनी सदस्यता के लिए अमेरिका के मजबूत समर्थन का आभार व्य्क्त किया।