अमेरिका ने रूस राष्ट्रपति पुतिन के दामाद समेत सात रशियन सुपररिच बिजनेसमेन पर लगाए प्रतिबंध
अमेरिका ने रूस के सात सुपररिच बिजनेसमेन पर प्रतिबंध लगा दिए हैं। शुक्रवार को ट्रंप प्रशासन की ओर से इसका ऐलान किया है। दिलचस्प बात है कि अमेरिका ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन को इस कार्रवाई से पूरी तरह दूर रखा है लेकिन उनके करीबियों को प्रतिबंधित कर दिया है।
वॉशिंगटन। अमेरिका ने रूस के सात सुपररिच बिजनेसमेन पर प्रतिबंध लगा दिए हैं। शुक्रवार को ट्रंप प्रशासन की ओर से इसका ऐलान किया है। दिलचस्प बात है कि अमेरिका ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन को इस कार्रवाई से पूरी तरह दूर रखा है लेकिन उनके करीबियों को प्रतिबंधित कर दिया है। इन प्रतिबंधित बिजनेसमेन में एक रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन का दामाद है। लॉस एंजिल्स टाइम्स के मुताबिक अमेरिका की ओर से यह कदम साल 2016 में हुए राष्ट्रपति चुनावों में रूस के हस्तक्षेप के आरोपों के चलते उठाया गया है। अमेरिकी कांग्रेस ने पिछले वर्ष रूस के खिलाफ कार्रवाई करने पर जनादेश दिया था। अमेरिका की ओर से की गई कार्रवाई में 12 रूसी कंपनियों और 17 सरकारी अधिकारी भी शामिल हैं।
रूस के 72वें सबसे अमीर शख्स पुतिन के दामाद
अमेरिका ने पुतिन के दामाद किरिल शामालोव पर प्रतिबंध लगाए हैं। शामलोव पेट्रो-केमिकल कंपनी सिबुर में शेयरहोल्डर हैं। शामलोव ने फरवरी 2013 में पुतिन की बेटी कैटरीना के साथ शादी की थी। शादी के बाद उनकी संपत्ति में तेजी से इजाफा हुआ। शामलोव के जिस कंपनी सिबुर में शेयरहोल्डर हैं वह रूस की सबसे बड़ी पेट्रो-केमिकल कंपनी हैं। हालांकि कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक शामलोव के सिबुर में निवेश के बाद ही कैटरीना के साथ उनके संबंध खराब हो गए और उसके बाद से दोनों अलग रह रहे हैं। फोर्ब्स के मुताबिक शामलोव, रूस के 72वें सबसे अमीर व्यक्ति हैं और उनकी कुल संपत्ति 1.4 बिलियन डॉलर की है। सिबुर में उनके 3.9 प्रतिशत शेयर्स हैं। पुतिन के करीबी गेनेडी टिमशेनेको के पास भी इस कंपनी के शेयर्स हैं। हालांकि सिबुर पर किसी तरह को कोई प्रतिबंध नहीं है।
अमेरिका का पुतिन पर सीधा हमला
अमेरिका की इस कार्रवाई को पुतिन पर सीधा हमला किया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पिछले कुछ समय से रूस के साथ संबंधों को फिर से जिंदा करने की जो कोशिशें कर रहे थे, उस पर अब कुछ समय तक फिलहाल विराम लग गया है। अमेरिका की ओर से यह ब्लैकलिस्ट उस समय जारी हुई है जब अमेरिका के साथ ही दुनिया के करीब दो दर्जन देशों ने 150 रूसी राजनयिकों को पूर्व रूसी एजेंट को मारने की कोशिश के आरोपों के बाद देश से निकाल चुके हैं। अमेरिका की ओर यह कार्रवाई कोल्ड वॉर के बाद रूस के खिलाफ हुई सबसे बड़ी कार्रवाई थी। हालांकि 20 मार्च को ट्रंप ने पुतिन को कॉल करके उन्हें रूस का राष्ट्रपति चुने जाने पर बधाई दी थी। ट्रंप ने सुरक्षा अधिकारियों के मना करने के बाद भी पुतिन को बधाई दी थी।