अमेरिका में चुनावी नतीजों को पलटने के लिए मार्शल लॉ लगाए जाने की खबर, ट्रंप ने बताया फेक न्यूज
वाशिंगटन। अमेरिका में हाल ही में हुए राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी के नेता और मौजूदा राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को हार मिली है। जबकि डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार और देश के उपराष्ट्रपति का पदभार संभाल चुके जो बाइडन ने जीत दर्ज की है। हालांकि डोनाल्ड ट्रंप का कहना है कि चुनाव में धांधली की गई है। वह चुनावी नतीजों के खिलाफ कोर्ट तक गए हैं। अब कुछ रिपोर्टस में ये बात कही गई है कि डोनाल्ड ट्रंप ने व्हाइट हाउस में हुई एक बैठक में मार्शल कानून लगाने की संभावना जताई है ताकि राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों को पलटा जा सके। इस तरह की रिपोर्ट्स को ट्रंप ने झूठा करार दिया है। उन्होंने इस मामले में एक ट्वीट किया है और लिखा है, 'मार्शल लॉ= फेक न्यूज।' साथ ही उन्होंने इस तरह की खबर को एक खराब रिपोर्टिंग बताया है।
न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, ट्रंप ने शुक्रवार को चुनाव नतीजे पलटने के प्रयास को लेकर अपने शीर्ष सहयोगियों के साथ एक बैठक की थी। जिसमें उनके पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जनरल माइकल फ्लाइन भी शामिल थे। कुछ दिन पहले ही माइकल ने एक कंजरवेटिव न्यूजमैक्स नेटवर्क पर राष्ट्रपति को मार्शल कानून लगाने को कहा था और नवंबर में जो बाइडन से वह जिन स्विंग स्टेट में हारे हैं, वहां दोबारा चुनाव कराने को कहा था। आपको बता दें स्विंग स्टेट उन राज्यों को कहा जाता है, जहां के मतदाताओं का रुझान बदलता रहता है। इसका मतलब ये हुआ कि कभी यहां रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार को जीत मिलती है, तो कभी डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार को जीत मिलती है।
टाइम्स के मुताबिक, बैठक में ट्रंप ने इस विचार को लेकर बात की थी। रिपोर्ट में कहा गया है, बैठक में चुनाव को पलटने को लेकर यही एक आखिरी योजना नहीं है, बल्कि ट्रंप ने चुनाव धोखाधड़ी के दावों की जांच के लिए एक विशेष वकील के रूप में कॉन्सपिरेसी थियोरिस्ट सिडनी पॉवेल को नियुक्त करने का प्रस्ताव भी दिया है। ट्रंप के निजी वकील रूडी गुइलानी ने होमलैंड सिक्टोरिटी डिपार्टमेंट को वोटिंग मशीन छीनने का आदेश देने वाले विचार को ठीक नहीं बताया है। ऐसे में ट्रंप ने माइकल फ्लाइन के विचार में रुचि दिखाई है।