चीन-अमेरिका के बीच ट्रेड वॉर के बीच ही डोनाल्ड ट्रंप का चीनी कंपनी की मदद करने का ऐलान, विशेषज्ञ हैरान
चीन और अमेरिका के बीच जारी ट्रेड वॉर के बीच ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक हैरान करने वाला ऐलान कर दिया है। ट्रंप ने ऐलान किया है कि वह एक चीनी टेलीकम्युनिकेशन कंपनी की मदद करने को तैयार है ताकि वह फिर से बिजनेस में वापस लौट सके।
वॉशिंगटन। चीन और अमेरिका के बीच जारी ट्रेड वॉर के बीच ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक हैरान करने वाला ऐलान कर दिया है। ट्रंप ने ऐलान किया है कि वह एक चीनी टेलीकम्युनिकेशन कंपनी की मदद करने को तैयार है ताकि वह फिर से बिजनेस में वापस लौट सके। ट्रंप ने कहा है कि जब से अमेरिकी सरकार ने चीन के लिए अमेरिकी सप्लायर्स तक पहुंच को पूरी तरह से बंद किया है, चीन में बहुत सारी नौकरियों पर खतरा मंडरा रहा है। अमेरिका के कॉमर्स डिपार्टमेंट ने पिछले माह चीन की टेलीकम्युनिकेशन कंपनी जेडटीई कॉर्प के लिए सात वर्षों तक अमेरिकी कंपोनेंट और बाकी जरूरी सामान के आयात करने पर रोक लगा दी थी।
ट्रंप का सकारात्मक कदम
अमेरिका ने जेडटीई पर आरोप लगाया था कि वह अमेरिकी नियमों को लेकर भ्रम पैदा कर रही है। अमेरिका ने आरोप लगाया था कि इस कंपनी ने नॉर्थ कोरिया और ईरान पर लगे प्रतिबंधों का उल्लंघन किया है और इन देशों के साथ अपना बिजनेस आगे बढ़ाने की कोशिशें की हैं। यह केस ट्रंप के ऑफिस संभालने से पहले यानी जनवरी 2017 से पहले का है। लेकिन कॉमर्स डिर्पाटमेंट का फैसला चीन और अमेरिका के बीच जारी ट्रेड वॉर के बीच एक सकारात्मक संदेश देने वाला है। चीन और अमेरिका के बीच टेक्नोलॉजी से जुड़ी इंटलैक्चुअल प्रॉपर्टी को लेकर तनाव जारी है। रविवार को ट्रंप के इस ऐलान ने हर किसी को हैरान कर दिया है। अमेरिका और चीन दोनों के ही अधिकारी इस हफ्ते वॉशिंगटन में मुलाकात करेंगे और दोनों देशों के बीच व्यापार पर चर्चा होगी।
विशेषज्ञ, ट्रंप के मास्टर स्ट्रोक से चौंके
ट्रंप ने इससे पहले कहा था कि वह किसी भी कीमत पर चीन की तरफ जाने वाले अमेरिकी नौकरियों पर अंकुश लगाएंगे और चीन की ओर से जारी गलत कामों पर भी सख्ती से नियंत्रण करेंगे। अब ट्रंप के इस नए ऐलान ने विशेषज्ञों को भी चौंका दिया है। कॉरनेल यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर ईश्वर प्रसाद कहते हैं कि जेडटीई पर ट्रंप का नया ऐलान दोनों देशों के बीच तनाव को कम करने में मदद कर सकता है। एक और विशेषज्ञ कहते हैं कि ट्रंप को शायद इस बात का आभास हो गया है कि जेडटीई का समर्थन उन्हें चीन-अमेरिका के बीच जारी ट्रेड वॉर के बीच ही कुछ हद तक विजेता साबित करने का दावा करने का मौका दे सकता है। जेडटीई के साथ 70,000 से ज्यादा लोग काम करते हैं और यह कंपनी दुनिया की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनियों में शामिल है। ट्रंप ने अभी तक ट्रेड वॉर को लेकर सख्त रुख अपनाया हुआ था। कुछ दिनों पहले उन्होंने ट्वीट कर जानकारी दी थी कि वह और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग दोनों मिलकर उन उपायों पर काम कर रहे हैं जिनके जरिए जेडीटीई बिजनेस में वापस आ सकती है।