नॉर्थ और साउथ कोरिया के बीच शांति समझौते के बाद अमेरिकी सैनिकों को वापस बुलाएंगे डोनाल्ड ट्रंप!
अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पेंटागन को आदेश दिया है कि साउथ कोरिया में तैनात अमेरिकी सैनिकों की संख्या को कम करने के लिए विकल्प तलाशे जाएं। ट्रंप मई के अंत या फिर जून की शुरुआत में नॉर्थ कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन से मुलाकात कर सकते हैं।
वॉशिंगटन। अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पेंटागन को आदेश दिया है कि साउथ कोरिया में तैनात अमेरिकी सैनिकों की संख्या को कम करने के लिए विकल्प तलाशे जाएं। ट्रंप मई के अंत या फिर जून की शुरुआत में नॉर्थ कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन से मुलाकात कर सकते हैं। किम जोंग के साथ ट्रंप नार्थ कोरिया के परमाणु कार्यक्रम को लेकर बात करेंगे। पिछले शुक्रवार को नॉर्थ कोरिया के नेता किम जोंग उन और साउथ कोरिया के राष्ट्रपति मून जे इन की मुलाकात हुई थी। दोनों कोरियाई देशों के बीच शांति को लेकर समझौता हुआ है और ट्रंप के आदेश को इसी से जोड़कर देखा जा रहा है।
साउथ कोरिया उठाए खर्च!
अधिकारियों की ओर से कहा गया है कि दोनों कोरियाई देशों के बीच हुए शांति समझौते के बाद से साउथ कोरिया में तैनात अमेरिकी सैनिकों की संख्या में कटौती की जा सकती है। इस समय साउथ कोरिया में 23,500 सैनिक तैनात हैं और फिलहाल पूरी तरह से अमेरिकी सैनिकों को वापस नहीं बुलाया जा सकता है। हालांकि अभी तक व्हाइट हाउस और पेंटागन की ओर से इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है। ट्रंप ने पहले ही कह चुके हैं कि अमेरिका साउथ कोरिया में तैनात सैनिकों की संख्या में कमी कर सकता है अगर साउथ कोरिया ने इसका खर्च नहीं उठाया। पिछले माह अमेरिकी विदेश मंत्री और तत्कालीन सीआईए निदेशक माइक पोंपेयो ने किम जोंग उन से मुलाकात की थी। उन्होंने बताया था कि किम ने अमेरिकी सेना को वापस बुलाने की मांग नहीं की थी। वहीं साउथ कोरिया के राष्ट्रपति मून जे इन ने बुधवार को कहा है कि नॉर्थ कोरिया के साथ हुए शांति समझौते के बाद भी अमेरिकी सेना को उनके देश में रहना चाहिए।