अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुश्किलें बढ़ी, कभी भी लाया जा सकता है महाभियोग
वॉशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को उनके पूर्व वकील माइकल कोहेन की वजह से महाभियोग का सामना करना पड़ सकता है। अमेरिकी राष्ट्रपति के कैंपेन एडवाइजर रहे माइकल कापुतो की ओर से यह चेतावनी दी गई है। मंगलवार को कोहेन को ट्रंप के लिए काम करने के दौरान टैक्स में धोखाधड़ी, बैंक को गलत स्टेटमेंट देने और कैंपेन के लिए जरूरी वित्तीय नियमों के उल्लंघन का दोषी पाया गया है। कोहेन को आठ आरोपों में दोषी माना गया है। उन्हें दिसंबर में सजा सुनाई जाएगी और कहा जा रहा है कि उन्हें चार या पांच वर्ष तक की सजा हो सकती है। वहीं ट्रंप ने कहा है कि उनका ऊपर आया महाभियोग अमेरिका की अर्थव्यवस्था को तोड़कर रख देगा। उन्होंने कहा कि वह अच्छा काम कर रहे हैं और ऐसे में महाभियोग प्रस्ताव देश को नुकसान पहुंचा सकता है।
मध्यावधि चुनावों के दौरान बड़ा कदम
कोहेन को पॉर्न स्टार स्टॉर्मी डैनियल्स और प्लेब्वॉय की पूर्व मॉडल को साल 2016 में हुए अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों से पहले मुंह बंद करने के रकम देने का भी दोषी पाया गया है। इन दोनों महिलाओं ने ट्रंप के साथ अफेयर की बात कही थी। कापुतो ने न्यूज चैनल सीएनएन के साथ बातचीत में कहा, 'डेमोक्रेट्स को महाभियोग के लिए जिन बातों की जरूरत है, उनके पास अब वे सब हैं।' माइकल साल 2016 में चुनावों के दौरान ट्रंप के कम्युनिकेशन एडवाइजर थे। उन्होंने कहा कि अगर डेमोक्रेट्स मध्यावधि चुनावों के दौरान सदन में इसे लेकर आते हैं तो फिर राष्ट्रपति के खिलाफ महाभियोग लाने के लिए उनके पास पर्याप्त चीजें हैं। उनकी मानें तो न्यूयॉर्क के दक्षिणी हिस्से से ऐसे संकेत मिलने लगे हैं कि डेमोक्रेट्स ऐसा कर सकते हैं।
सिर्फ 48 घंटे में बदल गई हैं स्थितियां
उनसे पूछा गया था कि कोहेन को दोषी ठहराए जाने के बाद क्या अब ट्रंप महाभियोग के करीब हैं और क्या 48 घंटे के अंदर स्थितियां मुश्किल हो गई हैं, कापुतो ने कहा, 'मुझे तो ऐसा लगता है।' उन्होंने आगे कहा कि न्यूयॉर्क में रिपब्लिकन प्रतिनिधि क्रिस कॉलिन्स के खिलाफ अभियोग लाया गया है। साथ ही कैलिफोर्निया के डंकन हंटर के खिलाफ भी ऐसा ही कदम उठाया गया है। कापुतो की मानें तो प्रतिनिधि सभा में अब वाकई में कई समस्याएं पैदा हो गई हैं जिनका सामना राष्ट्रपति ट्रंप को करना पड़ सकता है। कापुतो को लगता है कि नवंबर में होने वाले मध्यावधि चुनाव ट्रंप के लिए बड़ी मुश्किलें पैदा कर सकते हैं। ये चुनाव यह तय करेंगे कि वोटर्स महाभियोग के समर्थन में हैं या इसके विरोध में हैं।