मसूद अजहर पर अमेरिका के नए प्रस्ताव से बौखलाए चीन, पाकिस्तान, कहा प्रस्ताव में बरते सावधानी
वॉशिंगटन। अमेरिका की ओर से यूनाइटेड नेशंस सिक्योरिटी काउंसिल (यूएनएससी) में जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मौलाना मसूद अजहर को ब्लैक लिस्ट करने के लिए फिर से नया प्रस्ताव लाया गया है। अमेरिका के इस प्रस्ताव से चीन और पाकिस्तान दोनों ही परेशान हो गए हैं। जहां चीन ने अमेरिका से कहा है कि वह प्रस्ताव पर थोड़ी सावधानी बरते तो वहीं पाक का मानना है कि यह नया प्रस्ताव यूएन की प्रतिबंध समिति को प्रभावित करेगा। दो हफ्तों पहले ही चीन ने अजहर को ब्लैक लिस्ट करने वाले प्रस्ताव को वीटो देकर गिरा दिया था। चीन ने टेक्निकल होल्ड लगाकर चौथी बार अजहर को ब्लैकलिस्ट होने से रोक दिया था।
अमेरिका का कदम संस्था को कमजोर करने वाला
चीन के विदेश विभाग की ओर से अमेरिका के नए प्रस्ताव पर प्रतिक्रिया दी गई है। ने गुरुवार को अमेरिका को आरोप लगाया कि वह यूएन की आतंकवाद विरोधी कमेटी को इस नए प्रस्ताव के जरिए खोखला करने की कोशिशें कर रहा है। चीन की मानें तो अमेरिका जबर्दस्ती यूएनएससी में पाकिस्तान के आतंकी संगठन जैश के सरगना मसूद अजहर को बैन करने का प्रस्ताव आगे बढ़ा रहा है। चीनी विदेश विभाग के प्रवक्ता गेंग शुहांग की ओर से कहा गया है कि अमेरिका ने जो किया है वह प्रस्ताव से हटकर है। चीन के मुताबिक बातचीत और समझौते के जरिए इस मुद्दे को निष्कर्ष पर लेकर जाना चाहिए। शुहांग की मानें तो अमेरिका के कदम ने कमेटी की अथॉरिटी को कमजोर कर दिया है। उन्होंने कहा कि चीन अमेरिका से अनुरोध करता है कि इस मसले पर पूरी सावधानी के साथ आगे बढ़ा जाए।
क्या बोला पाकिस्तान
चीन के मुताबिक अमेरिका का यह कदम सिर्फ इस मुद्दे को और जटिल बनाएगा। अमेरिका ने ब्रिटेन और फ्रांस की मदद से मिलकर नया प्रस्ताव तैयार किया गया है। 15 सदस्यों वाली यूएनएससी में पेश इस प्रस्ताव में कहा गया है कि जैश सरगना मसूद अजहर को ग्लोबल आतंकी घोषित किया जाए। उस पर हथियारों की पाबंदी लगाई जाए और उसे यात्रा करने से बैन किया जाए। वहीं पाकिस्तान का कहना है कि अमेरिका का यह प्रस्ताव यूएनएससी की 1267 प्रतिबंध समिति को प्रभावित करेगा और इसे कमजोर करेगा।