चीन के ग्लोबल टाइम्स ने उड़ाया US Navy का मजाक, जवाब मिला-हमारे दो एयरक्राफ्ट कैरियर आपके ही इलाके में
वॉशिंगटन। साउथ चाइना सी पर अमेरिका ने अब चीन की घेराबंदी शुरू कर दी है। यूएस नेवी की तरफ से यहां पर अपने दो एयरक्राफ्ट कैरियर यूएसएस निमित्ज और यूएसएस रोनाल्ड रीगन को तैनात कर दिया है। इसके साथ ही कई और वॉरशिप्स को भेजा गया है। चीन के साथ बढ़ते तनाव के बीच ही इसे एक बड़ा घटनाक्रम करार दिया जा रहा है। इस बीच चीन के सरकारी अखबार की तरफ से यूएस नेवी को डराने वाला एक ट्वीट किया गया और इस ट्वीट में जवाब में अमेरिकी नेवी ने ग्लोबल टाइम्स को बुरी तरह से ट्रोल कर डाला।
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एयरक्राफ्ट कैरियर डरे हुए तो बिल्कुल नहीं
दरअसल रविवार को ग्लोबल टाइम्स ने चीन के मिसाइलों की कुछ फोटोग्राफ्स को ट्वीट किया और इनके साथ ही अमेरिका को धमकाया। ग्लोबल टाइम्स की धमकी के जवाब में यूएस नेवी ने चीनी की नौसेना को ट्रोल कर डाला। ग्लोबल टाइम्स ने उन हथियारों के नाम गिनाए थे जो कि एयरक्राफ्ट कैरियर्स को तबाह करने में सक्षम हैं। इस पर यूएस नेवी के चीफ ऑफ इनफॉर्मेशन ने ट्वीट कर कहा कि- इस सब के बावजूद भी हमारे दो एयरक्राफ्ट कैरियर साउथ चाइना सी के इंटरनेशनल एरिया में गश्त कर रहे हैं। यूएस नेवी ने लिखा कि यूएसएस निमित्ज और यूएसएस रोनाल्ड रीगन डरे हुए तो बिल्कुल भी नहीं हैं।
And yet, there they are. Two @USNavy aircraft carriers operating in the international waters of the South China Sea. #USSNimitz & #USSRonaldReagan are not intimidated #AtOurDiscretion https://t.co/QGTggRjOul
— Navy Chief of Information (@chinfo) July 5, 2020
न्यूक्लियर पावर से लैस हैं अमेरिकी जहाज
रीगन और निमित्ज पर 90 फाइटर जेट्स यूएसएस रोनाल्ड रीगन एक परमाणु क्षमता से लैस एयरक्राफ्ट कैरियर है। इस पर 90 फाइटर जेट्स और हेलीकॉप्टर्स को तैनात किया जा सकता है। इसी तरह से यूएसएस निमित्ज पर भी 90 जेट्स और हेलीकॉप्टर्स की क्षमता है। निमित्ज भी परमाणु क्षमता से लैस एयरक्राफ्ट कैरियर है। यह एयरक्राफ्ट कैरियर जापान के युकोसुका में तैनात रहता है और यहां पर तैनात यह इकलौता फॉरवर्ड बेस कैरियर स्ट्राइक ग्रुप का जहाज है। यह अमेरिकी नेवी के सांतवें बेड़े का हिस्सा है। पार्सल आईलैंड पर चीन, वियतनाम और ताइवान अपने-अपने दावे करते हैं। अमेरिका हमेशा से कहता आ रहा है कि चीन ने इस द्वीप पर मिलिट्री हार्डवेयर और उससे जुड़े संस्थानों का निर्माण कर इसका सैन्यीकरण कर दिया है।