अमेरिका ने सिख आतंकी संगठन बब्बर खालसा को बताया नागरिकों के लिए खतरा
वॉशिंगटन। अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन ने काउंटर-टेररिज्म की नई राष्ट्रीय रणनीति यानी एनएससीटी के तहत सिख आतंकी संगठन बब्बर खालसा को अपने नागरिकों के लिए बड़ा खतरा करार दिया है। अमेरिका की ओर से कहा गया है कि बब्बर खालसा भारत के अलावा कई और जगहों पर आतंक हमलों के लिए जिम्मेदार है और कई मासूमों की जान इसने ली है। ट्रंप प्रशासन की ओर से जारी नई रणनीति में पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा और तहरीक-ए-तालिबान (टीटीपी) का भी जिक्र है। अमेरिका ने इन संगठनों को देश के लिए खतरा करार दिया है। आपको बता दें कि बब्बर खालसा भारत में पंजाब राज्य में आतंकवाद फैलाने का दोषी है और इसकी ओर से लगातार पंजाब को एक अलग देश का दर्जा देने की मांग की जाती रही है।
पहले आया बब्बर खालसा का नाम
यह लिस्ट अमेरिका के विदेश मंत्रालय की ओर से जारी की गई है। अमेरिका पहले भी इन आतंकी संगठनों को ऐसी लिस्ट में शामिल कर चुका है। अमेरिकी विदेश विभाग की ओर से बब्बर खालसा इंटरनेशनल सिख युथ फेडरेशन को साल 2002 में और लश्कर को साल 2001 में आतंकी संगठन के तौर पर चिन्हित किया गया था। साल 1981 में एयर इंडिया की फ्लाइट कनिष्क पर बब्बर खालसा ने आतंकी हमला किया था। इस हमले में 329 लोगों की मौत हो गई थी। एयर इंडिया की जिस फ्लाइट पर हमला हुआ था वह बोइंग 747 एयरक्राफ्ट था। डोनाल्ड ट्रंप के नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर (एनएसए) जॉन बोल्टन की ओर से यह डॉक्यूमेंट जारी किया गया है। इसमें उन्होंने आतंकवादियों को अमेरिका के लिए सीधा खतरा बताया है। साथ ही विदेशों में जारी अलगाववादी गतिविधियों को भी खतरनाक करार दिया है। डॉक्यूमेंट्स के मुताबिक अलगाववादी गतिविधियां समाज में हिंसा और अस्थिरता लाने की कोशिश करते हैं। हालांकि, लिस्ट में इस्लामिक स्टेट (आईएस) और अल कायदा और उनके सहयोगियों और ईरान से जुड़े आतंकवादी समूहों पर भी ध्यान दिया गया है।