अमेरिकी कांग्रेस में सीनेटर्स को 181 वर्ष बाद मिली धर्म की वजह से सिर ढककर आने की मंजूरी
वॉशिंगटन। अमेरिकी प्रतिनिधि सभा ने एक ऐसा नियम पास किया है जिसके बाद 181 वर्ष बाद सदन के अंदर मुसलमान महिलाओं को सर ढकने की आजादी मिल सकेगी। गुरुवार को कई प्रावधानों वाला यह नियम 234 वोट्स के मुकाबले 197 वोट्स से पास हुआ और इसमें कई तरह के दूसरे नियमों को भी जगह मिली है। इन नियमों में 'विविधता' को फिर से कायम करना भी शामिल है। यह नियम देश में उसी दिन पास हुआ है जब पहली बार अमेरिकी कांग्रेस में दो मुसलमान महिला सदस्यों मिशिगन से राशिदा तलायब और मिनेसोटा से इल्हान उमर ने अपना कामकाज संभाला। डेमोक्रेटिक पार्टी की दोनों महिलाएं सिर ढंक कर सदन में आई थीं।
सन् 1837 में लगा था बैन
उमर ने इस बदलाव का जश्व ट्विटर पर मनाया। उन्होंने लिखा, 'कांग्रेस ने 181 वर्षों में हिजाब पर से बैन उठाया है। इसके साथ ही 116वीं कांग्रेस अपने आप में काफी खास बना दिया है। मैं अपने साथियों का शुक्रिया अदा करती हूं कि उन्होंने मेरा स्वागत किया और मैं अब उस दिन का इंतजार कर रही हूं जब हम मुसलमानों पर लगे उस बैन को भी खत्म कर देंगे जिसकी वजह से पूरे अमेरिका में परिवारों और आपस में प्यार करने वालों को अलग होना पड़ रहा है।' अमेरिका में सन् 1837 से हिजाब पर बैन लगा हुआ था। वेबसाइट रेट्रोपोलिस की ओर से यह दी गई जानकारी दी गई है। इसमें बताया गया है कि सन् 1837 में बहुत ही अजीब सी छोटी बहस के बाद हिजाब को बैन कर दिया गया था। बैन के विरोधियों का कहना था कि ऑफिसों में महिलाएं काम नहीं करती हैं और सिर्फ पुरुष ही हैं। ऐसे में उन्हें हैट लगाने से भी प्रतिबंधित कर दिया गया है। वहीं कुछ और लोगों का कहना था कि हैट लगाने से अमेरिकी प्रतिनिधि सभा और ब्रिटेन को हाउस ऑफ कॉमन्स में कुछ समानता नजर आती है।