कोरोना वैक्सीन पर डर दूर करने के लिए ऑन कैमरा इंजेक्शन लगवाएंगे 3 पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति
वॉशिंगटन। अमेरिका के तीन पूर्व राष्ट्रपतियों ने कोरोना वायरस की वैक्सीन को सबके सामने कैमरे पर लेने का ऐलान किया है। रिपब्लिकन राष्ट्रपति रहे जॉर्ज बुश, डेमोक्रेट बिल क्लिंटन और बराक ओबामा ने कहा है कि नई वैक्सीन पर लोगों के डर को दूर करने के लिए टीवी पर कोरोना वायरस महामारी से बचाव के लिए वैक्सीनेशन कराने की इच्छा जताई है। कोविड की वजह से अमेरिका में हालात दिन पर दिन बिगड़ते जा रहे हैं। गुरुवार को यहां पर 210,000 से ज्यादा केस दर्ज हुए हैं। निर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडेन जब 20 जनवरी 2021 को जब बाइडेन व्हाइट हाउस में अपना कार्यकाल शुरू करेंगे तो महामारी से निबटना की रणनीति उनके लिए सबसे पहला काम होगा।
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ओबामा, बुश और क्लिंटन ने किया वादा
साल 2017 में व्हाइट हाउस के अलविदा करने वाले पूर्व डेमोक्रेट राष्ट्रपति बराक ओबामा ने बुधवार को सिरीअस एक्सएम रेडियो पर एयर हुए इंटरव्यू में कहा, 'मैं शायद किसी टीवी पर या फिर इसे रिकॉर्ड करवाउंगा ताकि लोगों को पता लगे कि मुझे इस विज्ञान पर भरोसा है।' वहीं साल 2009 में बराक ओबामा को सत्ता सौंपने वाले पूर्व रिपब्लिकन राष्ट्रपति बुश ने कहा है कि एक बार यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन की तरफ से इमरजेंसी अप्रूवल मिलने के बाद वह कैमरा पर वैक्सीन लेने के लिए तैयार हैं। बुश के चीफ ऑफ स्टाफ फ्रेडी फोर्ड की तरफ से यह बात कही गई है। इससे अलग पूर्व डेमोक्रेट राष्ट्रपति बिल क्लिंटन की प्रवक्ता एंजेल यूरेना ने एक ई-मेल लिखकर इस बात की जानकारी दी है। क्लिंटन की तरफ से कहा गया है कि जैसे ही वैक्सीन मौजूद होगी, क्लिंटन निश्चित तौर वैक्सीन लेंगे। ई-मेल में आगे लिखा है, 'और अगर इससे हर अमेरिकी को ऐसा करने की अपील करने में मदद मिलती है तो वह सार्वजनिक तौर पर ऐसा करने के लिए तैयार हैं।'
58 प्रतिशत वैक्सीन के पक्ष में
एफडीए के पैनल के सलाहकारों की एक मीटिंग 10 दिसंबर को होनी तय है। इस मीटिंग में फाइजर इंक की तरफ से तैयार कोविड वैक्सीन के इमरजेंसी प्रयोग को मंजूरी देने के मसले पर चर्चा होगी। फाइजर ने इस वैक्सीन को जर्मन पार्टनर बायोएनटेक के साथ मिलकर तैयार किया है। फाइजर के मुताबिक वैक्सीन 95 प्रतिशत तक कारगर है। अमेरिकी स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक आने वाले कुछ दिनों या फिर कुछ हफ्तों के अंदर टीकाकरण की प्रक्रिया को शुरू किया जा सकता है। मॉर्डेना इंक की वैक्सीन जिसे फाइजर की तकनीक पर ही तैयार किया गया है, वह भी करीब 95 प्रतिशत तक कारगर है। अगले कुछ दिनों में इस वैक्सीन को लेकर भी एक रिव्यू मीटिंग होनी है। गैलप की तरफ से हुए एक सर्वे में कहा गया है कि 58 प्रतिशत अमेरिकी कोरोना वायरस की वैक्सीन लेने के पक्ष में हैं जबकि सितंबर माह में यह 50 प्रतिशत अमेरिकी ही वैक्सीन लेने के पक्षधर थे।निर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडेन और उनके प्रशासन के लिए यह एक बड़ी चुनौती साबित होने वाला है कि वह कैसे महामारी पर लगाम लगा सकेंगे। वहीं राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप लगातार बढ़ते मामलों पर शांत बैठे हैं।