70 वर्षों बाद साउथ कोरिया की राजधानी सियोल से हटीं अमेरिका की सेनाएं, जानिए क्यों
अमेरिका ने सात दशक यानी 70 वर्षों के बाद साउथ कोरिया की राजधानी सियोल से अपनी सेनाओं को बुलाना शुरू कर दिया है। इसके साथ ही यहां से अब उसकी सेनाओं की मौजूदगी औपचारिक तौर पर खत्म होने लगी है। दरअसल अमेरिका ने अपना एक नया हेडक्वार्टर खोला है जो कि नॉर्थ कोरिया से सटी सीमा से काफी दूरी पर है।
वॉशिेंगटन। अमेरिका ने सात दशक यानी 70 वर्षों के बाद साउथ कोरिया की राजधानी सियोल से अपनी सेनाओं को बुलाना शुरू कर दिया है। इसके साथ ही यहां से अब उसकी सेनाओं की मौजूदगी औपचारिक तौर पर खत्म होने लगी है। दरअसल अमेरिका ने अपना एक नया हेडक्वार्टर खोला है जो कि नॉर्थ कोरिया से सटी सीमा से काफी दूरी पर है।
सन् 1945 से तैनात थी अमेरिका की सेना
शुक्रवार को अमेरिकी सेना की ओर से एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम इस नए हेडक्वार्टर की ओपनिंग सेरेमनी का था। अमेरिकी सेनाएं पिछले 70 वर्षों से सियोल में तैनात थीं। सन् 1945 में दूसरे विश्व युद्ध के बाद जब जापान से कोरियाई द्वीप को आजादी मिली तब से ही अमेरिका की सेनाएं यहां पर मौजूद थीं। सियोल में अमेरिकी सेनाओं की मौजूदगी नॉर्थ कोरिया की आक्रामकता के खिलाफ अमेरिका और साउथ कोरिया के गठबंधन का प्रतीक है। इसके साथ ही कई साउथ कोरियाई नागरिकों में सेनाओं की इस तैनाती की वजह से अमेरिका विरोधी विचारधारा को बल मिला है।
इन सबसे अलग अमेरिका और साउथ कोरिया अगस्त में होने वाली ज्वॉइन्ट मिलिट्री ड्रिल को सस्पेंड करने पर राजी हो गए हैं। 12 जून को सिंगापुर में नॉर्थ कोरिया के सुप्रीम लीडर किम जोंग उन और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच हुई मुलाकात में 'वॉर गेम्स' को खत्म करने का फैसला लिया गया था। इसके बाद ही इस मिलिट्री ड्रिल का सस्पेंड किया गया है।