US Election 2020: अर्ली वोटिंग ने तोड़े सारे रिकॉर्ड, अब तक 22 मिलियन लोगों ने डाले वोट
वॉशिंगटन। अमेरिका में तीन नवंबर को होने वाले राष्ट्रपति चुनावों के लिए अर्ली वोटिंग शुरू हो गई है। इस बार बड़ी तादाद में लोग अर्ली वोटिंग में अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं। स्टेट इलेक्शन ऑफिशियल्स की तरफ से बताया गया है कि शुक्रवार तक 22 मिलियन अमेरिकी अर्ली वोटिंग में अपने बैलेट पेपर का प्रयोग कर चुके हैं। यूएस इलेक्शन प्रोजेक्ट के मुताबिक वोटर्स खुद आकर, या फिर मेल के जरिए अपना वोट डाल रहे हैं।
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साल 2016 में थी बहुत कम संख्या
साल 2016 में अर्ली वोटर्स ने बड़े स्तर पर नतीजों को प्रभावित किया था। उस वर्ष इस समय तक बस छह मिलियन अर्ली वोट्स ही डाले जा सके थे। विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना वायरस महामारी के चलते लोग अर्ली वोटिंग को ही पसंद कर रहे हैं। मंगलवार को टेक्सास में अर्ली वोटिंग के पहले दिन रिकॉर्ड वोटिंग हुई है। जबकि यहां पर कौन अपना वोट डाल सकता है, इसे लेकर कड़े नियम लागू हैं। इसी तरह से सोमवार को कोलम्स डे के मौके पर छुट्टी थी लेकिन इसके बाद भी जॉर्जिया में 126,876 वोट डाले गए। ओहायो जो नतीजों को प्रभावित करने के लिहाज से सबसे ज्यादा संवेदनशील राज्य है, वहां पर 2.3 मिलियन पोस्टल बैलेट का अनुरोध किया है। साल 2016 की तुलना में यह आंकड़ा दोगुना है।
क्या होगा चुनाव वाले दिन
रिपोर्ट्स की मानें तो डेमोक्रेट्स ने अर्ली वोटिंग्स के लिहाज से रजिस्टर्ड रिपब्लिकंस को पीछे कर दिया है। अर्ली वोटिंग में महिलाओं और अश्वेत महिलाओं की संख्या कहीं ज्यादा है। वहीं यह बात भी गौर करने वाली है कि अर्ली वोटिंग के बाद भी डेमोक्रेट्स को जीत मिल जाएगी, ऐसा नहीं है। रिपब्लिकंस का कहना है कि पोस्टल वोटिंग में जमकर धांधली होती है। उनकी मानें तो अर्ली वोट में भले ही डेमोक्रेट्स जीत जाएं लेकिन चुनाव वाले दिन रिपब्लिकंस को बहुत फायदा होने वाला है। साल 2017 में हुई एक स्टडी के मुताबिक मतदान में धोखाधड़ी की अगर बात करें तो अमेरिका में यह आंकड़ा 0.00004% और 0.0009% के बीच है।