अमेरिकी अर्थव्यवस्था पर कोरोना की सबसे बड़ी मार, दूसरी तिमाही में 37% गिरी GDP
न्यूयॉर्क। कोरोना वायरस ने हर देश की अर्थव्यवस्था को हिलाकर रख दिया है। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने शुक्रवार को चेतावनी जारी की है कि इस महामारी के चलते आर्थिक सुधार को लेकर अमेरिका कई व्यापार को बंद करने पर मजबूर है। ऐसे में अमेरिकी सरकार पर सहायता प्रदान करने का अतिरिक्त भार होगा। रिपोर्ट की मानें तो अर्थव्यवस्था को प्रदान की जा रही अभूतपूर्व नीति समर्थन के साथ भी अमेरिका को दूसरी तिमाही में जीडीपी में 37 प्रतिशत की गिरावट का सामना करना पड़ा। अर्थव्यवस्था को 2020 में 6.6 प्रतिशत तक अनुबंधित होने की उम्मीद है।
रिपोर्ट में कहा गया है, "प्रमुख जोखिम, और जो कि निर्धारित करना सबसे कठिन है, वह यह है कि अमेरिका में कोरोना के मामलो को देखते हुए अमेरिका में फिर से लॉकडाउन लगने की उम्मीद है। फ्लोरिडा, जॉर्जिया, टेक्सास और कैलिफोर्निया जैसे राज्यों में बढ़ते मामलों के साथ स्थानीय अधिकारियों ने पहले ही कुछ प्रतिबंधों को रद्द कर दिया है। आईएमएफ ने चेतावनी दी है कि आर्थिक प्रभाव का खामियाजा कम आय वाले परिवारों को भुगतना होगा।
संभल नहीं पा रही अमेरिकी अर्थव्यवस्था
अमेरिका के अरिजोना, टेक्सास, फ्लोरिडा, जॉर्जिया और साउथ कैरोलिना जैसे राज्यों ने मई के पहले हफ्ते से ही कारोबार को ढील दे दी गई थी, लेकिन वहां भी लोग खरीदारी के लिए नहीं निकल रहे हैं। बुधवार को एक दिन में जो कोरोना वायरस के 60,000 नए मामले सामने आने के बाद तो स्थिति और ज्यादा बिगड़ गई है।
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यह दुनियाभर में एक दिन में आया अबतक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। यही नहीं वहां बुधवार को ही लगातार दूसरे दिन 900 से ज्यादा लोगों की मौत हुई। गुरुवार को फ्लोरिडा में 9,000 नए केस देखने को मिले और 120 लोगों की कोरोना से मौत हो गई। बुधवार को अमेरिका के दो सबसे ज्यादा आबादी वाले राज्यों कैलिफोर्निया और टेक्सास ने कोरोना से मरने वालों की संख्या में रिकॉर्ड इजाफा दर्ज किया।