शरणार्थियों के अमेरिका में प्रवेश को लेकर ट्रंप सरकार का बड़ा ऐलान
वाशिंगटन डीसी। अमेरिका ने शरणार्थियों को लेकर बड़ा ऐलान किया है। डोनाल्ड ट्रंप सरकार ने अगले वर्ष से सिर्फ 30000 शरणार्थियों के अमेरिका में प्रवेश की इजाजत दी है। सरकार के इस फैसले का ऐलान करते हुए यूएस सेक्रेटरी ऑफ स्टेट माइक पॉपियो ने कहा कि अगले वर्ष से अमेरिका सिर्फ 30000 शरणार्थियों को ही अमेरिका में प्रवेश की इजाजत देगा। आपको बता दें कि पिछले वर्ष अमेरिका ने शरणार्थियों के अमेरिका में प्रवेश करने की संख्या में कमी करते हुए इसे 45000 कर दिया था, लेकिन इस बार सरकार ने इस संख्या को और भी कम कर दिया है।
हमे गलत नहीं समझें
पॉपियो ने कहा कि फैसले के बाद शरणार्थियों की संख्या में कमी का मतलब यह है कि उन्हें मिलने वाली तमाम सुरक्षा और मदद अमेरिका की ओर से नहीं मुहैया कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि शरणार्थियों की संख्या में कमी करने का मतलब यह कतई नहीं है कि हम मानवता के लिए कर रहे अपने अन्य खर्चीले प्रोजेक्ट में कमी कर रहे हैं। कुछ लोग यह कहेंगे कि हम शरणार्थियों की संख्या में कमी करके गलत कर रहे हैं लेकिन बिल्कुल गलत है।
अमेरिका की सुरक्षा का दिया हवाला
अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला देते हुए पॉपियो ने कहा कि पिछली सरकार के दौरान शरणार्थियों को शरण देने का तरीका बिल्कुल गलत था, इसमे शरणार्थियों की स्क्रीनिंग नहीं होती थी, जिसकी वजह से अमेरिका को लगातार इनकी वजह से खतरा बना रहता था। उन्होंने कहा कि एक बार फिर से अमेरिका में शरण लेने वालों के सम्मान को सम्मान देने का समय आ गया है। पॉपियो ने कहा कि अमेरिका की नई शरणार्थी योजना देश के हित में है, हम लगातार दुनिया में उदार देश बने रहेंगे।
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मानवतावादी संगठनों ने किया विरोध
गौरतलब है कि पिछली बराक ओबामा सरकार ने वर्ष 2016 में तकरीबन 85000 शरणार्थियों को अमेरिका में प्रवेश की इजाजत दी थी। लेकिन जिस तरह से ट्रंप सरकार ने देश में शरणार्थियों की संख्या में कमी का ऐलान किया है उसके खिलाफ कई मानवतावादी संगठनों ने आवाज उठाई है और इसे गलत बताया है। उनका कहना है कि ट्रंप की नीति सीरिया में चल रहे सिविल वॉर और रदुनियाभर में चल रहे तनाव के लिए सही नहीं है, शरणार्थियों को लेकर ट्रंप सरकार की यह नीति गलत है।
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