ग्रीन कार्ड बिल पर आज अमेरिकी कांग्रेस में वोटिंग, हजारों भारतीयों को हो सकता है फायदा
वॉशिंगटन। अमेरिकी कांग्रेस में आज एक ऐसे बिल पर वोटिंग होनी है जिसके पास होने से भारतीय आईटी प्रोफेशनल्स को खासा फायदा हो सकता है। यूएस कांग्रेस में आज ग्रीन कार्ड पर जारी करने पर तय सीमा को खत्म करने के लिए अहम वोटिंग की जानी है। ग्रीन कार्ड अमेरिका में बसे भारतीय आईटी प्रोफेशनल्स के लिए काफी फायदेमंद साबित होता आया है।
290 वोट्स की जरूरत
ग्रीन कार्ड मिलने के बाद किसी भी व्यक्ति को अमेरिका में स्थायी तौर पर बसने और काम करने की आधिकारिक मंजूरी मिल जाती है। भारतीय आईटी कुशल प्रोफेशनल्स एच-1बी वीजा पर अमेरिका आते हैं। इन भारतीय प्रोफेशनल्स को अमेरिका के वर्तमान इमीग्रेशन सिस्टम की वजह से खासा नुकसना उठाना पड़ रहा है। इस इमीग्रेशन सिस्टम के तहत हर देश के लिए ग्रीन कार्ड का सिर्फ सात प्रतिशत कोटा ही तय किया गया है। यानी किसी भी देश के सिर्फ सात प्रतिशत नागरिकों को कानूनी तौर पर अमेरिका में स्थायी तौर पर बसने की मंजूरी मिल सकती है। ग्रीन कार्ड से जुड़े जिस बिल पर आज अमेरिकी कांग्रेस में वोटिंग होनी है, उसे 203 डेमोक्रेट्स और 108 रिपब्लिकन्स का समर्थन हासिल है।
कैसे होगा भारत को फायदा
इस बिल को एचआर 1044 के नाम से भी जाना जाता है। लाइब्रेरी ऑफ कांग्रेस की ओर से कहा गया है कि सात जुलाई से शुरू हुए अमेरिकी कांग्रेस के सत्र में इस बिल पर सबसे ज्यादा नजरें हैं।रिपब्लिकंस इस बिल को को-स्पॉन्सर कर रहे हैं। इस बिल को बिना किसी बहस और संशोधन के पास होने के लिए 290 वोट्स की जरूरत है। किसी भी देश के लिए तय ग्रीन कार्ड सीमा को अगर हटा लिया जाता है तो भारत जैसे देशों को बड़ा फायदा होगा। यहां के प्रोफेशनल्स को दस साल से ज्यादा समय तक ग्रीन कार्ड मिलने का इंतजार करना पड़ता है। हाल ही में हुए कुछ अध्ययनों में यह बात सामने आई है कि ऐसे भारतीय आईटी प्रोफेशनल्स जो एच-1बी वीजा पर अमेरिका पहुंचे हैं, उन्हें 70 साल से ज्यादा समय तक ग्रीन कार्ड का इंतजार करना पड़ता है।