अमेरिका में प्रदर्शन के दौरान आखिर क्यों तिरंगा लेकर पहुंचा शख्स, खुद दिया जवाब
US Capitol Violence: अमेरिका में जिस तरह से डोनाल्ड ट्रंप के समर्थन में समर्थकों ने जमकर उत्पात काटा और हिंसा को वारदात दिया, उसके बाद पूरी दुनिया में इस घटना की निंदा हो रही है। लेकिन हिंसा के दौरान जिस तरह से एक व्यक्ति के हाथ में भारत का तिरंगा झंडा नजर आया उसके बाद यह पूरी घटना अलग चर्चा का केंद्र बन गई है। जिस व्यक्ति के हाथ में तिरंगा नजर आ रहा है उसकी पहचान विंन्सेंट जेवियर के रूप में हुई है।
जानकारी के अनुसार विंन्सेंट अमेरिका के वर्जीनिया का रहने वाला है और वह मुख्य रूप से केरल के कोच्चि का है। इससे पहले ट्रंप ने विंन्सेंट को प्रेसिडेंट एक्सपोर्ट काउंसिल का सदस्य चुना था। प्रदर्शन के दौरान हाथ में तिरंगा को लेकर उठ रहे साल पर विंन्सेंट का कहना है कि मैं वहां सिर्फ शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने के लिए गया था, मैं चुनाव में हुई धोखाधड़ी के खिलाफ प्रदर्शन करने गया था। मैं वहां यह दिखाने के लिए गया था कि ट्रंप समर्थक नस्लवादी नहीं हैं। अगर यह नस्लवादी प्रदर्शन होता तो मैं कभी भी हाथ में तिरंगा लेकर नहीं जाता। ट्रंप के समरथकों की बात करें तो उस वक्त वहां 10 भारतीय थे, जिसमे से पांच केरल के थे। मैं जब भी ट्रंप की रैली में जाता था, मैंने वहां वियतनाम, कोरिया, पाकिस्तान के मूल के लोगों को उनके देश का झंडा पकड़े देखा है। मैं भी वहां यह दर्शाने गया था कि यह नस्लवादी आंदोलन नहीं है।
बता दें कि अमेरिका में हुई हिंसा का एक वीडिया भाजपा सांसद वरुण गांधी ने ट्विटर पर साझा करते हुए लिखा था कि आखिर यहां तिरंगा झंडा क्यों है, यह एक ऐसी लड़ाई है जहां हमे कतई हिस्सा नहीं लेना चाहिए। वरुण के ट्वीट पर जवाब देते हुए कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने लिखा, दुर्भाग्य से कुछ ऐसे भारतीय हैं जिनकी मानसिकता ट्रंप की भीड़ जैसी है जो झंडे को हथियार की तरह इस्तेमाल करते हैं गर्व की तरह नहीं। ये उन लोगों को अस्वीाकर करते हैं जो उनकी बात से इत्तेफाक नहीं रखते हैं और उन्हें देशद्रोही, गद्दार कहते हैं। यहां ये तिरंगा हम सभी के लिए चेतावनी है।
@ShashiTharoor @varungandhi80
— Vincent Xavier (@VincentPXavier) January 8, 2021
American patriots - Vietnamese, Indian, Korean & Iranian origins, & from so many other nations & races, who believe massive voter fraud has happened joined rally yesterday in solidarity with Trump. Peaceful protestors who were exercising our rights! pic.twitter.com/aeTojoVxQh
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