अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस ने UN के सामने रखा आतंकी मसूद अजहर को ब्लैकलिस्ट करने का प्रस्ताव
नई दिल्ली। पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने सख्ती के साथ आतंकवाद के खिलाफ कदम उठाया है। भारतीय वायुसेना ने पीओके के भीतर घुसकर आतंकी ठिकानों पर बम बरसाए और कई आतंकियों, उनके ट्रेनर और ठिकानों को बर्बाद कर दिया। आतंक के खिलाफ भारत के साथ कई देश शामिल हो गए हैं।
पुलवामा आतंकी हमले के बाद आतंक के खिलाफ जंग में भारत के साथ अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस भी आ गए हैं। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में प्रस्ताव दिया है कि पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूह जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर को ब्लैकलिस्ट किया जाए।
पुलवामा हमले में जैश-ए-मोहम्मद का हाथ है और भारत ने आतंक के खिलाफ बड़ी लड़ाई की शुरुआत कर दी। आतंक के खिलाफ भारत की इस लड़ाई में अमेरिका, फ्रांस और ब्रिटेन भी साथ आएं हैं। UN में आतंकी मसूद अजहर को ब्लैकलिस्ट करने का प्रस्ताव भेजा गया है। हालांकि इस कदम का चीन द्वारा विरोध किए जाने की संभावना है।
आपको बता दें कि इससे पहले चीन ने भी मसूद अजहर पर प्रतिबंध लगाने से रोक लगाई थी। वहीं संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस ने 15 सदस्यीय सुरक्षा परिषद प्रतिबंध समिति से मसूर अज़हर को ब्लैकलिस्ट करने, उसकी वैश्विक यात्रा पर प्रतिबंध लगाने और संपत्ति को जब्त करने की अपील की है।