अमेरिका ने दी भारत के लिए अटैक हेलीकॉप्टर्स अपाचे की बिक्री को मंजूरी, सेनाओं की ताकत में होगा और इजाफा
अमेरिकी सरकार ने भारत के लिए छह अपाचे हेलीकॉप्टर्स की बिक्री को मंजूरी दे दी है। अमेरिका का यह कदम भारत की रक्षा क्षमताओं में कई गुना इजाफा करेगा। अमेरिका के विदेश मंत्रालय की ओर से मंगलवार को यह मंजूरी दी गई है। डिफेंस सिक्योरिटी को-ऑपरेशन एजेंसी की ओर से भी इस बारे में एक बयान जारी किया गया है।
वॉशिंगटन। अमेरिकी सरकार ने भारत के लिए छह अपाचे हेलीकॉप्टर्स की बिक्री को मंजूरी दे दी है। अमेरिका का यह कदम भारत की रक्षा क्षमताओं में कई गुना इजाफा करेगा। अमेरिका के विदेश मंत्रालय की ओर से मंगलवार को यह मंजूरी दी गई है। डिफेंस सिक्योरिटी को-ऑपरेशन एजेंसी की ओर से भी इस बारे में एक बयान जारी किया गया है। इस हेलीकॉप्टर की मांग इंडियन एयरफोर्स के अलावा इंडियन आर्मी की तरफ से भी है। ब्रिटेन के प्रिंस हैरी इस हेलीकॉप्टर के कामयाब पायलट्स में से एक हैं।
भारतीय सेनाओं को मिलेगी बड़ी मदद
डिफेंस सिक्योरिटी कोऑपरेशन एजेंसी की ओर से जारी बयान में कहा गया है, 'अटैक हेलीकॉप्टर्स की बिक्री का अनुरोध भारत की तरफ से किया गया था। इसकी बिक्री भारत और अमेरिका के रणनीतिक संबंधों को और मजबूत करेगी और साथ ही एक अहम साझीदार की सुरक्षा व्यवस्था को भी मजबूत करेगी जो कि दक्षिण एशिया में राजनीतिक स्थिरता, शांति और आर्थिक तरक्की के लिए काफी महत्वपूर्ण है।' एजेंसी की ओर से जारी प्रेस रिलीज में साफ कर दिया गया है कि बिक्री के बाद इन हेलीकॉप्टर्स की वजह से साउथ एशिया में मिलिट्री बैलेंस में कोई परिवर्तन नहीं होगा। बहुत से लोगों का मानना है कि ये हेलीकॉप्टर्स भारतीय सेनाओं को जमीन पर मौजूद खतरे से निबटने में मदद करेंगे।
930 मिलियन डॉलर की कई डील्स
अपाचे को बोइंग कंपनी की ओर से तैयार किया जाता है। यह कंपनी अब टाटा के साथ भारत में पार्टनरशिप करके भारत में हेलीकॉप्टर्स का निर्माण कर रही है। इन अटैक हेलीकॉप्टर्स के अलावा अमेरिकी विदेश विभाग ने चार AN/APG-78 फायर कंट्रोल रडार्स, 180 AGM-114L-3 हेलफायर लॉन्गबो मिसाइल, 90 एजीएम AGM-114L-3 हेलफायर टू मिसाइल, 200 स्टिंजर ब्लॉक I-92H मिसाइल, एंबेड जीपीएस इंटरशियल नेविगेशन सिस्टम, 30 एमएम कैनंस, ट्रांसपोंडर्स, सिमुलेटर्स, ट्रेनिंग इक्विपमेंट्स और इस तरह के कई और सामानों को मंजूरी दी है। इस डील की टोटल कॉस्ट करीब 930 मिलियन डॉलर बताई जा रही है।
प्रिंस हैरी का फेवरिट हेलीकॉप्टर
प्रिंस हैरी इस हेलीकॉप्टर को उड़ा चुके हैं। जिस समय प्रिंस हैरी अफगानिस्तान में डेप्लॉयड थे, उस समय वह इसी हेलीकॉप्टर के पायलट थे। प्रिंस हैरी की मानें तो दुश्मनों में दहशत पैदा करने के लिए इस हेलीकॉप्टर का सिर्फ नाम ही काफी है।बोइंग का अपाचे चार ब्लेड वाला और ट्विन इंजन वाला हेलीकॉप्टर है। इसके कॉकपिट में दो लोगों के क्रू की जगह है। अपाचे को अमेरिकी सेना के एडवांस्ड अटैक हेलीकॉप्टर प्रोग्राम के लिए डेवलप किया गया था। उस समय अमेरिकी सेना एएच-1 कोबरा हेलीकॉप्टर को प्रयोग करती थी। अपाचे ने पहली उड़ान 30 सितंबर 1975 को भरी थी।