अमेरिका ने चीन के कम्युनिस्ट पार्टी के अधिकारियों पर लगाया वीजा प्रतिबंध
नई दिल्ली। कोरोना संकट से जूझ रहे अमेरिका ने एक के बाद एक बड़े फैसले किए हैं। अमेरिकी मीडिया ने दावा किया है कि ट्रंप प्रशासन ने खुद को विश्व स्वास्थ्य संघटन से अलग कर लिया है तो वहीं अब अमेरिकी सरकार ने चीन के कम्युनिस्ट पार्टी के कुछ अधिकारिकों पर वीजा प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है। अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने जानकारी देते हुए कहा है कि अमेरिका ने चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के उन अधिकारियों पर वीजा प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है, जिन्होंने तिब्बत में विदेशियों के लिए नीतियों के निर्माण में काफी हद तक शामिल हैं।
अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा कि अमेरिका उन चीनी अधिकारियों पर वीजा प्रतिबंध लगाने का जा रहा माइक पोम्पियों ने कहा कि ह्यूमन राइट्स के हनन को देखते हुए तिब्बती क्षेत्रों में प्रवेश देना क्षेत्रीय स्थिरता के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि एशिया की प्रमुख नदियों के पास पर्यावरणीय गिरावट चीन की विफलता को दर्शाता है।
वहीं इससे पहले कोराना वायरस को लेकर अमेरिका ने विश्वस स्वास्थ्य संगठन को जानकारी छुपाने और चीन का साथ देने का आरोप लगाया। अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने विश्व स्वास्थ्य संगठन पर चीन के प्रभाव का आरोप लगाया और अब अमेरिका ने खुद को WHO से अलग करने का फैसला कर लिया। अमेरिका ने मंगलवार को विश्व स्वास्थ्य संगठन से आधिकारिक तौर पर अलग होने का फैसला किया।
अमेरिकी मीडिया के मुताबिक ट्रंप प्रशासन ने आधिकारिक तौर पर अमेरिका को WHO से अलग करने का बड़ा फैसला किया है। इस रिपोर्ट के मुताबिक, डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने अमेरिका को डब्ल्यूएचओ से औपचारिक रूप से अलग कर लिया है। आपको बता दें कि अमेरिकी मीडिया 'द हिल' ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि ट्रंप प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इईस बात की पुष्टि की है कि अमेरिका ने खुद को WHO से बाहर कर लिया है। ट्रंप प्रशासन की ओर से इसकी जानकारी WHO के महासचिव को दे दी गई है। वहीं विदेश मामलों की समिति के टॉप डेमोक्रेट सेन रॉबर्ट मेनेंडेज ने जानकारी दी कि अमेरिकी प्रशासन ने कांग्रेस को इस बारे में सूचना दे दी।
US Secretary of State Mike Pompeo announced visa restrictions on some Chinese officials under the Reciprocal Access to Tibet Act, 2018
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— ANI Digital (@ani_digital) July 7, 2020
गौरतलब है कि कोरोना की वजह से अमेरिका में बड़ी तबाही मची है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इसे लेकर विश्व स्वास्थ्य संघटन से नाराजगी जताई थी और मई में ही इसका ऐलान किया था कि अमेरिका WHO से अपने संबंधों को समाप्त कर रहा है। ट्रंप ने विश्वस स्वास्थ्य संघघन पर कोरोना के बारे में जानकारी छुपाने का आरोप लगाया। चीन से प्रभावित होने का आरोप लगाया और उसकी फंडिंग भी रोक दी।
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Trump administration formally withdraws US from World Health Organization: US Media (File pic of US President Donald Trump) pic.twitter.com/TZGMjpoFD8
— ANI (@ANI) July 7, 2020