ताइवान पहुंची अमेरिका की वॉरशिप, क्या जान-बूझकर चीन को भड़का रहे हैं राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप
ताइपे। अमेरिका और चीन के बीच कोरोना वायरस महामारी की वजह से लेकर पहले ही रिश्ते तनावपूर्ण हो गए हैं और अब यूएस नेवी की एक वॉरशिप ताइवान पहुंच गई है। यह घटना निश्चित तौर पर आग में घी डालने का काम करेगी। यूएस नेवी की वॉरशिप गुरुवार को ताइवान पहुंची और इसने ऐसे समय में दस्तक दी है जब राष्ट्रपति साइ इंग वेन अगले हफ्ते से अपना दूसरा कार्यकाल शुरू करने वाली हैं। चीन, ताइवान को एक स्वतंत्र देश का दर्जा नहीं देता है और अब अमेरिका का यह कदम उसे नाराज कर सकता है।
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ट्रंप प्रशासन ताइवान का समर्थक
चीन, ताइवान को अपना हिस्सा मानता है और ट्रंप प्रशासन ताइवान के स्वतंत्र देश के दर्जे का समर्थन करता है। ट्रंप प्रशासन ताइवान का बड़ा समर्थक है। यूएस पैसेफिक फ्लीट की तरफ से फेसबुक पर बयान जारी कर कहा गया है कि उसकी वॉरशिप यूएसएस मैककैंपबेल बुधवार को उस संकरे से सफर करते हुए पहुंची है जो ताइवान को चीन से अलग करता है। इसकी फोटोग्राफ्स भी फेसबुक पर शेयर की गई हैं। ताइवान के रक्षा मंत्रालय की तरफ से कहा गया है कि जहाज दक्षिणी रास्ते से होते हुए ताइवान पहुंचा है। ताइवान ने अपने बयान में जहाज के पहुंचने को एक 'सामान्य मिशन' करार दिया है।
अगले हफ्ते शपथ लेंगी राष्ट्रपति
साइ इंग वेन अगले बुधवार को अपना दूसरा कार्यकाल शुरू कर रही हैं। जनवरी में उन्हें दोबारा से देश की जनता ने अपना राष्ट्रपति चुना है। साइ इंग वेन अपने पहले कार्यकाल में चीन के खिलाफ मजबूती से खड़ी होने वाली नेता के तौर पर सामने आई हैं। उन्होंने इस बार भी प्रण लिया है कि वह हमेशा ताइवान के लोकतंत्र की रक्षा करती रहेंगी। चीन और अमेरिका दोनों ने ही ताइवान के करीब पिछले कुछ माह में मिलिट्री गतिविधियों को बढ़ा दिया है। अमेरिका की वॉरशिप्स लगातार ताइवान के समुद्री रास्ते से गुजर रही हैं। वहीं चीन की वायुसेना लगातार इस देश के करीब मिलिट्री ड्रिल को अंजाम दे रही है।
ताइवान ने दी चीन को धमकी
पिछले शुक्रवार ताइवान ने कहा था कि चीनी एयरफोर्स के Y-8 एयरक्राफ्ट ने कुछ पलों के लिए ताइवान के एयरस्पेस का उल्लंघन किया। इसके बाद ताइवान के जेट्स की तरफ से चीन को वॉर्निंग दी गई थी। Y-8 जिसे चीन ऑपरेट करता है वह एक ट्रांसपोर्ट, अर्ली वॉर्निंग और इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर एयरक्राफ्ट है। ताइवान ने चीनी मिलिट्री ड्रिल को भड़काने वाला कदम करार दिया था। साथ ही उसने चीन को आगाह किया था कि वह अभी अपना ध्यान कोरोना वायरस महामारी से निबटने पर लगाए न कि ताइवान के साथ छेड़छाड़ करने में।
ताइवान की राष्ट्रपति को अलगाववादी मानता चीन
चीन, साइ इंग वेन को एक अलगाववादी मानता है और राष्ट्रपति वेन ने हमेशा ही उसके आरोपों से साफ इनकार कर दिया है। पिछले हफ्ते जब चीन ने अपनी संसदीय मीटिंग की शुरुआत की तो रक्षा बजट जारी किया। इस बजट में राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कई प्वाइंट रखे जिसमें आसपास के क्षेत्रों को ध्यान में रखते हुए सेना के आधुनिकीकरण का प्लान भी था। विशेषज्ञों की मानें तो चीन के बजट में ताइवान को ध्यान में रखते हुए मिलिट्री के लिए कुछ नए प्रोजेक्ट्स लाए गए हैं।