अमेरिकी हवाई हमले में मारे गए इराक के 100 से ज्यादा नागरिक
अमेरिकी मिलिट्री इंटेलीजेंस की जांच के मुताबिक पश्चिमी मोसुल में हवाई हमले में मारे गए थे 100 से ज्यादा लोग। जांच के मुताबिक गठबंधन सेनाओं की ओर से हुआ था यह हमला।
वाशिंगटन। अमेरिकी मिलिट्री इनवेस्टिगेशन की ओर से बताया गया है कि गठबंधन सेनाओं की ओर से हुए एक हमले में इराक में 100 से ज्यादा नागरिकों की मौत हो गई है। हमला मार्च में इराक शहर मोसुल के पश्चिमी हिस्से में हुआ था। जांच के मुताबिक हवाई हमले की वजह से एक धमाका हुआ था और यही धमाका लोगों की मौत की वजह बन गया था।
आईएसआईएस ने की साजिश
जांचकर्ताओं का माननवा है कि आईएसआईएस ने जानबूझकर दो स्नापइपर्स को एक छत पर लगाया था और घर को विस्फोटकों से बांध दिया था। इसकी वजह से हमले के बाद विस्फोट हुआ और इसमें नागरिकों की मौत हो गई थी। जांचकर्ताओं के मुताबिक न तो इराक सेनाओं और न ही गठबंधन सेनाओं को इस बात की जानकारी थी कि इस घर में लोग मौजूद हैं। जांच की मानें तो आईएसआईएस ने जानबूझकर घर में विस्फोटक लगाए थे और इस बात की जानकारी थी कि इस घर में लोग मौजूद हैं। साथ ही आईएसआईएस ने इस ढांचे का प्रयोग काउंटर टेररिज्म में लगी सेनाओं पर हमले करने के लिए किया था। पेंटागन की ब्रीफिंग में ब्रिगेडियर जनरल मैथ्यू इस्लेर ने इस बात की पुष्टि की है।
लोगों ने हमले से बचने के लिए थी शरण
इस्लेर ने बताया कि आईएसआईएस ने इस सेट-अप को तैयार करने के लिए काफी काम किया था। इस्लेर ही इस जांच को लीड कर रहे थे। इस्लेर की मानें तो आईएसआईएस को इस बात का पता चल चुका था कि बड़ी संख्या में नागरिक इस दो मंजिला इमारत में इकट्ठा हैं। पश्चिमी मोसुल के अल-जादिया जिले में यह घर स्थित था। जांच में शामिल ऑफिसर्स के मुताबिक इस घर पर गांव के एक सम्मानित बुजुर्ग का हक था और करीब 140 नागरिकों ने हमले से पहले इसी घर में शरण ली हुई थी।