इस देश में दीवारों पर लिखवाए गये उपनिषद के श्लोक, सरकार ने कहा- पढ़ने से मिलती है आत्मा को शांति
पोलेंड के वॉरसॉ विश्वविद्यालय पुस्तकालय ने अपनी दीवार पर उपनिषद श्लोक लिखवाए हैं। जानिए सनातन संस्कृति को लेकर क्या कहा गया है।
वॉरसॉ, अगस्त 06: भारतीय संस्कृति और सनातन धर्म का प्रभाव धीरे-धीरे वैश्विक समुदाय में हो रहा है। सऊदी अरब की किताबो में रामायण-महाभारत और गीता कत ज्ञान देना अनिवार्य कर दिया गया है, वहीं अब पोलेंड में उपनिषद के श्लोक दीवारों पर लिखवाए गये हैं। पोलेंड की सबसे बड़े वारसॉ विश्वविद्यालय पुस्तकालय की एक दीवार पर उपनिषद के श्लोक संस्कृत भाषा में लिखवाए गये हैं और खुद पोलेंड की सरकार ने इसकी जानकारी दी है।
दीवार पर उपनिषद के श्लोक
पोलेंड की सरकार ने एक ट्वीट के जरिए विश्वविद्यालय की दीवार पर उपनिषद के श्लोक लिखने की जानकारी देते हुए कहा है कि ''इसे देखना आनंददायक है''। पोलेंड की सरकार की तरफ से ट्वीट वायरल होते ही ये काफी तेजी से वायरल हो चुका है। विश्वविद्याल के दीवार पर लिखवाए गये उपनिषद के श्लोग को पोलैंड में भारत के दूतावास के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर शेयर किया गया है।
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पोलेंड सरकार ने क्या कहा ?
तस्वीरों में दिख रहा है कि एक लाइन से कई दीवारों पर उपनिषद के श्लोक लिखे हुए हैं। ये सभी श्लोक संस्कृत भाषा में लिखे गये हैं। आपको बता दें कि वारसॉ विश्वविद्यालय पोलेंड के सबसे बड़े विश्वविद्यालयों में से एक है और यहां कई देशों के छात्र पढ़ने के लिए आते हैं। वहीं, इस तस्वीर को शेयर करते हुए भारत में स्थिति पोलेंड दूतावास ने लिखा है कि ''कितना सुंदर नजारा है। ये वारसॉ विश्वविद्यालय के पुस्तकालय की दीवार है, जिसपर उपनिषद के श्लोक लिखे गये हैं। उपनिषद वेदिक काल के संस्कृत में लिखे सनातन संस्कृति के श्लोक हैं, जिसनें हिंदू धर्म की नींव रखी थी।''
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भारतीय यूजर्स की प्रतिक्रिया
पोलेंड सरकार द्वारा पब्लिश की गई ये तस्वीर काफी वायरल हो चुकी है और इस तस्वीर पर भारतीय यूजर्स तरह तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। प्रोफेसर चेतन प्रकाश नाम के एक ट्वीटर यूजर ने लिखा है कि ''आज नहीं तो कल, आशा है कि पश्चिमी देश जिंदगी की असली परिभाषा और फिलॉसफी को समझ जाएंगे।'' वहीं कुछ यूजर्स ने कहा है कि ''हमें भारतीय होने पर गर्व है''।
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महात्मा गांधी की प्रतिमा
वहीं, त्रिवुन शर्मा नाम के एक ट्टिटर यूजर ने लिखा है कि ''उनके पास स्टडी एरिया में महात्मा गांधी की प्रतिमा भी लगी हुई है। वहीं, एक ट्विटर यूजर ने लिखा है कि ''महान, गौरवान्वित करने वाला पल। पूरी दुनिया ने हिंदू दर्शन को मान्यता देना शुरू कर दिया जबकि हम भारतीय अपनी महान संस्कृति को भूल रहे हैं। विशेष रूप से युवाओं में रुचि पैदा करने के लिए कुछ करना होगा। वहीं, एक ट्वीटर यूजर ने लिखा है कि ''हमारी संस्कृति हमारी धरोहर है, किंतु हमारी सरकारों ने इसे उचित स्थान नहीं दिया है''। वहीं धागे रघुनाथ नाम के एक ट्विटर यूजर ने इसे 'अद्भुत' कहा है। वहीं, एक ट्वीटर यूजर ने ये भी लिखा है कि ''भारतीय होने के नाते ये गर्व का पल है और ये अच्छी बात है कि बाहर के देशों में भारतीय संस्कृति और वेद-उपनिषद का सम्मान किया जाता है" वहीं, एक ट्वीटर यूजर ने लिखा है कि '' अब पश्चिमी देश भी सनातन धर्म को जानने में दिलचस्पी दिखाने लगे हैं, ये काफी सुखद है।'' आपको बता दें कि रूस और पोलेंड जैसे देशों में काफी तेजी से हिंदू धर्म का प्रचार हो रहा है।
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