अगस्त तक रूसी राष्ट्रपति का हो जाएगा तख्तापलट, पुतिन को लेकर यूक्रेनी खुफिया प्रमुख का बड़ा दावा
यूक्रेनी जासूसी विभाग के जनरल का ये दावा काफी ज्यादा बड़ा है, क्योंकि पहले भी इस बात की रिपोर्ट आ चुकी है, कि जिस तरह से रूस को यूक्रेन युद्ध में नुकसान उठाना पड़ा है, उससे पुतिन को लेकर असंतुष्टि फैली है।
मॉस्को/कीव, मई 14: यूक्रेन के जासूस विभाग के प्रमुख ने शुक्रवार देर रात दावा किया है कि, व्लादिमीर पुतिन को सत्ता से बर्खास्त करने की कोशिशें शुरू हो चुकी हैं और इस साल के अंत तक रूस यूक्रेन युद्ध हार जाएगा। यूक्रेन के 36 वर्षीय मेजर जनरल कायरलो बुडानोव ने दावा किया है कि, उनका मानना है कि इस गर्मी के अंत में संघर्ष में एक महत्वपूर्ण मोड़ पर पहुंच जाएगा और अंततः पुतिन को राष्ट्रपति पद से हटा दिया जाएगा।
अगस्त में पुतिन का तख्तापलट
यूक्रेनी जनरल बुडानोव ने स्काई न्यूज को बताया कि, 'ब्रेकिंग पॉइंट अगस्त के दूसरे भाग में होगा'। उन्होंने दावा करते हुए कहा कि, 'ज्यादातर सक्रिय लड़ाई इस साल के अंत तक समाप्त हो जाएगी। और अंततः रूस में नेतृत्व परिवर्तन की तरफ लड़ाई शुरू हो जाएगी, और यह प्रक्रिया पहले ही शुरू की जा चुकी है। उन्होंने दावा किया कि, 'परिणामस्वरूप, हम अपने सभी क्षेत्रों में यूक्रेनी शक्ति का फिर से विकास करेंगे।' वहीं, कल एक अज्ञात रूसी अरबपति कारोबारी ने दावा किया था, कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ब्लड कैंसर जैसी घातक बीमारी से ग्रसित हैं और काफी बीमार चल रहे हैं'। रिपोर्ट के मुताबिक, जिस शख्स ने रूसी राष्ट्रपति की बीमारी को लेकर दावा किया है, वो काफी प्रतिष्ठित परिवार से आता है और रूसी राष्ट्रपति भवन क्रेमलिन से उसका घनिष्ठ संबंध हैं, और नाम नहीं बताने की शर्त पर उसने कहा कि, पुतिन की कई स्वास्थ्य समस्याएं उनके रक्त कैंसर से जुड़ी हैं।
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यूक्रेनी जासूस प्रमुख का बड़ा दावा
यूक्रेनी जासूसी विभाग के जनरल का ये दावा काफी ज्यादा बड़ा है, क्योंकि पहले भी इस बात की रिपोर्ट आ चुकी है, कि जिस तरह से रूस को यूक्रेन युद्ध में नुकसान उठाना पड़ा है, उससे पुतिन को लेकर असंतुष्टि फैली है। लेकिन, यूक्रेन के खुफिया प्रमुख ही वो शख्स हैं, जिन्होंने सबसे पहले दावा किया था, कि यूक्रेन के खिलाफ रूस सैन्य अभियान चलाने जा रहा है और उस वक्त उनकी बातों को गंभीरता से नहीं लिया गया था। बाद में यूक्रेनी जासूस चीफ ने ही रिपोर्ट दी थी, कि यूक्रेन के क्षेत्र को हथियाने के लिए रूस ने अपने टैंक को यूक्रेन की सीमा की तरफ भेजना शुरू कर दिया है। वहीं, यूक्रेनी जनरल बुडानोव ने यह भी दावा किया है कि, 69 वर्षीय पुतिन 'बहुत खराब मनोवैज्ञानिक और शारीरिक स्थिति' में हैं, उन्होंने कहा कि वह कैंसर और अन्य बीमारियों से पीड़ित हैं। उनका स्वास्थ्य इस वर्ष अटकलों का विषय रहा है और लगातार दावे किए जा रहे हैं, कि रूसी राष्ट्रपति पुतिन गंभीर बीमारियों से पीड़ित हैं। हाल ही में एक वीडियो सामने आया था, जिसमें रूसी राष्ट्रपति को अपने हाथों से टेबल को पकड़े हुए देखा गया था और उनके हाथ कांप रहे थे।
‘यूरी’ का सनसनीखेज दावा
वहीं, जिस रूसी ओलिगार्च का ऑडियो रिकॉर्डिंग आया है, उसमें उसने अपने नाम का कोड वर्ड ‘यूरी' रका है और उसने न्यू लाइंस पत्रिका को रूसी राष्ट्रपति के स्वास्थ्य को लेकर कई सारी जानकारियां दी हैं, जिसमें उसने दावा किया है, कि पुतिन जानवेला बीमारी ब्लड कैंसर से पीड़ित हैं। रूसी ओलिगार्च ने कथित तौर पर पुतिन के स्वास्थ्य से संबंधित कई दावे किए, जिसमें उनकी स्थिति के प्रमाण के रूप में उन्हें पीठ के निचले हिस्से की समस्याओं से पीड़ित बताया गया। आपको बता दें कि, अक्टूबर 2021 में पुतिन की पीठ की सर्जरी हुई थी। यह भी दावा किया गया है कि पुतिन पार्किंसंस रोग से पीड़ित हैं। इस सप्ताह के विजय दिवस परेड के दौरान उन्हें अजीब तरह से रेड स्क्वायर से गुजरते हुए दिखाया गया था। विजय दिवस परेड के दौरान राष्ट्रपति पुतिन के बगल में एक कंबल भी रखा देखा गया था।
पुतिन में दिख रहे हैं कई लक्षण!
मार्च में रूस की राजधानी मॉस्को में लोगों की भीड़ को संबोधित करने के बाद जब पुतिन वापस जा रहे थे, उस वक्त भी उन्हें अपने बाएं पैर पर ज्यादा भार डालकर छोटे छोटे कदमों से सीढ़ियों को चढ़ते देखा गया था। वहीं, उन्होंने अपने दाहिने हाथ से डेस्क को पकड़ रखा था, जो कांप रहा था। वहीं, राष्ट्रपति पुतिन ने जब बेलारूसी तानाशाह अलेक्जेंडर लुकाशेंको के साथ बैठक की थी, उस दौरान भी उन्हें एक कुर्सी के आर्मरेस्ट को पकड़ते हुए देखा गया था। यूक्रेन पर आक्रमण के बाद जब पुतिन से मिलने के लिए कई वैश्विक नेता ने मॉस्को का दौरा किया और पुतिन से मुलाकात की, इस दौरान राष्ट्रपति पुतिन ने एक बड़े टेबल के दूसरी तरफ अपने मेहमानों को बिठाया। वहीं, इसको लेकर कहा गया कि, कोविड से सुरक्षा के लिए बड़े टेबल को बैठक के लिए चुना गया है।
क्या ब्लड कैंसर से पीड़ित हैं पुतिन?
आपको बता दें कि, ब्लड कैंसर, जैसे लिम्फोमा या मायलोमा, प्लाज्मा कोशिकाओं का कैंसर है, और व्यापक हड्डी रोग का कारण बन सकता है। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में एंडोक्रिनोलॉजी के प्रोफेसर एशले ग्रॉसमैन ने न्यू लाइन्स से बात करते हुए कहा कि, इस तरह की बीमारियां रीढ़ और पीठ को प्रभावित कर सकती हैं। इसके अलावा, ऐसी बीमारियों के उपचार में स्टेरॉयड शामिल होते हैं, जिसके परिणामस्वरूप चेहरा सूज सकता है, और कीमोथेरेपी भी किया जाता है, जिसके परिणामस्वरूप बाल झड़ जाते हैं। पुतिन को बालों के झड़ने से पीड़ित होने के लिए नहीं जाना जाता है, लेकिन मायलोमा जैसे अन्य रक्त कैंसर में कीमोथेरेपी की आवश्यकता नहीं होती है। हालांकि, मायलोमा रीढ़ की हड्डी में भीषण दर्द की वजह बन जाता है। वहीं, इस प्रकार के कैंसर के उपचार से रोगी की प्रतिरक्षा प्रणाली भी कमजोर हो जाती है, लिहाजा कोविड संक्रमण से पुतिन को बचाने के लिए बैठक वाले हॉल में बड़ा सा टेबल रखवाया गया है।
क्या क्रेमलिन के अधिकारी हैं पुतिन से गुस्सा?
न्यू लाइन्स की रिपोर्ट के मुताबिक, रूसी अरबपति ओलिगार्च के अनुसार '(पुतिन) ने रूस की अर्थव्यवस्था, यूक्रेन की अर्थव्यवस्था और कई अन्य देशों की अर्थव्यवस्थाओं को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया है और असली समस्या पुतिन के दिमाग में है'। रूसी ओलिगार्च ने कहा कि, एक पागल आदमी दुनिया को उल्टा कर सकता है, काश वो कैंसर से मर जाए।' उन्होंने पुतिन की यह कहते हुए निंदा की, कि वह यूक्रेन पर आक्रमण करने के बहाने 'नाजियों और फासीवादियों को खोजने की कोशिश कर रहे थे'। यूरी ने कहा कि, वह पुतिन को 'यूक्रेन में 15,000 से अधिक रूसी सैनिकों और 4,000 या 5,000 नागरिकों की मौत के लिए व्यक्तिगत रूप से जिम्मेदार ठहराते हैं। ये अविश्वसनीय है। किस लिए? उसने [सोवियत] अफगान युद्ध में 10 वर्षों की तुलना में अधिक लोगों को मार डाला है।'
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