यूक्रेन और पाकिस्तान के बीच परमाणु बम बनाने को लेकर सीक्रेट बैठक, रूसी अधिकारी ने दी चेतावनी
इंटरनेशनल मीडिया ने उच्च सूत्रों के हवाले से दावा किया है, कि यूक्रेन ने अपने पश्चिमी देशों के सबयोगियों के मार्गदर्शन में डर्टी बम के व्यावहारिक इस्तेमाल की तैयारी शुरू कर दी है।
Ukraine Pakistan Nuclear Technology: क्या न्यूक्लियर टेक्नोलॉजी हासिल करन के लिए यूक्रेन के अधिकारियों ने गुपचुप पाकिस्तान का दौरा किया है? ये दावा किया है, रूस के एक शीर्ष अधिकारी ने। रूसी अधिकारी ने दावा किया है, कि यूक्रेन और पाकिस्तान के बीच परमाणु बम बनाने की टेक्नोलॉजी को लेकर बातचीत की गई है। रूस की फेडरेशन काउंसिल कमेटी ऑन इकोनॉमिक पॉलिसी के सदस्य इगोर मोरोजोव ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया है कि, यूक्रेन और पाकिस्तान ने परमाणु हथियार बनाने की टेक्नोलॉजी पर चर्चा की है।
पाकिस्तान देगा परमाणु टेक्नोलॉजी?
इगोर मोरोजोव ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि, "यूक्रेनी विशेषज्ञ पाकिस्तान गए थे और उन्होंने पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल से परमाणु हथियार बनाने के लिए टेक्नोलॉजी पर चर्चा की है।" आपको बता दें कि, पाकिस्तान पर पहले भी युद्ध में यूक्रेन की मदद करने के आरोप लग चुके हैं और अब रूसी अधिकारी का ये दावा काफी सनसनीखेज है, क्योंकि पाकिस्तान पहले ही उत्तर कोरिया को परमाणु बम बनाने की टेक्नोलॉजी देकर उसे दुनिया के लिए माथे का दर्द बना चुका है। वहीं, रूस ने एक बार फिर से कहा है कि, यूक्रेन युद्ध में 'डर्टी बम' का इस्तेमाल कर सकता है, जिससे सदियों तक तबाही के निशान मौजूद रहेंगे। रूसी अधिकारी ने कहा कि, डर्टी बम के इस्तेमाल की आशंका वास्तविक है। उन्होंने कहा कि, यह कोई सीक्रेट नहीं है, कि यूक्रेन के पास "डर्टी बम" बनाने की टेक्नोलॉजी है, लेकिन उसे वित्तपोषण के मुद्दों का सामना करना पड़ता है।"
परमाणु हथियारों पर यूक्रेन की चर्चा
रूस के सीनेटर ने यह भी कहा कि, यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने अमेरिका और यूके के अपने सहयोगियों के साथ परमाणु हथियारों के विषय पर चर्चा की। जिससे अमेरिकी राष्ट्रपति को कांग्रेस की सहमति के बिना दुनिया में कहीं भी कम-शक्ति वाले परमाणु बम का इस्तेमाल करने की अनुमति मिल जाए"। आपको बता दें कि, इससे पहले 23 अक्टूबर को रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु ने अपने फ्रांसीसी, यूके, यूएस और तुर्की के विदेश मंत्रियों को बातचीत के लिए बुलाया था और उन्होंने उनके सामने इस बात की चिंता जताई थी, कि यूक्रेन रूस के खिलाफ डर्टी बम का इस्तेमाल कर सकता है। उन्होंने विश्वसनीय स्रोतों का हवाला देते हुए कहा कि, यूक्रेन डर्टी बम विस्फोट की तैयारी कर रहा है, जो सामूहिक विनाश का हथियार है। रूस का कहना है कि, यूक्रेन खुद अपने इलाके में डर्टी बम विस्फोट करेगा और उसके लिए रूस को जिम्मेदार ठहराने की कोशिश करेगा। इससे पहले रूस के राष्ट्रपति ने भी काफ कर दिया है, कि रूस इस युद्ध में परमाणु हथियारों का इस्तेमाल किसी भी कीमत पर नहीं करेगा।
क्या डर्टी बम बना रहा है यूक्रेन?
इंटरनेशनल मीडिया ने उच्च सूत्रों के हवाले से दावा किया है, कि यूक्रेन ने अपने पश्चिमी देशों के सबयोगियों के मार्गदर्शन में डर्टी बम के व्यावहारिक इस्तेमाल की तैयारी शुरू कर दी और डर्टी बम बनाने का काम अंतिम चरण में पहुंच चुका है। अमेरिका के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) के मुताबिक 'डर्टी बम डायनामाइट जैसे विस्फोटकों का रेडियोऐक्टिव पावडर या छर्रों के साथ एक मिश्रण है। जब डायनामाइट या दूसरे विस्फोटकों में विस्फोट होता है तो धमाके की वजह से रेडियोऐक्टिव पदार्थ आसपास के इलाके में पहुंच जाते हैं।' 'डर्टी बम' और 'रेडियोलॉजिकल डिसपर्सल डिवाइस' जैसे नाम अक्सर एक-दूसरे की जगह पर इस्तेमाल होते हैं। रूसी रक्षा मंत्रालय के अनुसार, यदि यूक्रेन "डर्टी बम" का विस्फोट करता है, तो रेडियोधर्मी समस्थानिक वातावरण में 1,500 किलोमीटर (930 मील) तक की दूरी तक फैल जाएगा और ये पोलैंड को भी अपनी चपेट में ले सकता है।
परमाणु बम से अलग होता है डर्टी बम
आपको बता दें कि, परमाणु बम और डर्टी बम दोनों अलग अलग होते हैं। परमाणु बम द्वितीय विश्व युद्ध में जापान के हिरोशिमा और नागासाकी पर गिराए गए थे। इसमें परमाणुओं के विभाजन से अत्यधिक ऊर्जा निकलती है, जिससे मशरूम की तरह परमाणु बादल का निर्माण होता है, जबकि 'डर्टी बम' पूरी तरह से अलग तरीके से काम करता है और ये परमाणु विस्फोट नहीं करता है। एक 'डर्टी बम' में डायनामाइट या दूसरे विस्फोटकों (मौजूदा केस में प्लूटोनियम का दावा) का इस्तेमाल करके रेडियोऐक्टिव धूल, धुएं और बाकी पदार्थों को फैलाया जाता है, जिससे कि रेडियोऐक्टिव प्रदूषण फैल सके।