यूके में 35 लाख कोरोना वायरस किट को कराया जाएगा मुहैया, लोग घर पर कर सकते हैं टेस्ट
नई दिल्ली। पूरी दुनिया जानलेवा कोरोना वायरस संक्रमण की चपेट में हैं और इससे तकरीबन 8 लाख लोग संक्रमित हैं जबकि 35 हजार से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। इस संक्रमण से निपटने के लिए दुनियाभर के डॉक्टर और वैज्ञानिक लगातार शोध कर रहे हैं। ब्रिटेन में भी बड़ी संख्या में लोग इस वायरस से संक्रमित हो रहे हैं। इस बीच इंपीरियल कॉलेज लंदन के प्रोफेसर और महामारी पर सरकार के प्रमुख सलाहकार नील फर्ग्यूसन ने दावा किया है कि जल्द ही कोरोना वायरस टेस्ट किट को बड़ी संख्या में उपलब्ध कराए जाएंगे। फर्ग्यूसन ने बताया कि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने इस टेस्ट की जानकारी दी थी, यह गेम चेंजर साबित होगा।
40
फीसदी
लोग
संक्रमित
बता
दें
कि
बोरिस
जॉनसन
ने
कहा
था
कि
किन
लोगों
में
कोरोना
वायरस
से
लड़ने
के
लिए
प्रतिरोधक
क्षमता
है
यह
इस
एंटिबॉडी
से
पता
चल
जाएगा।
इस
संक्रमण
ने
अबतक
यूके
में
1200
से
अधिक
लोगों
की
जान
ले
ली
है।
फर्ग्यूसन
ने
बताया
कि
जल्द
ही
यह
टेस्ट
किट
उपलब्ध
होगी।
उन्होंने
कहा
कि
तकरीबन
40
फीसदी
लोगों
के
भीतर
कोरोना
वायरस
के
लक्षण
नहीं
मिलते
हैं,
यूके
की
तकरीबन
3
फीसदी
आबादी
इस
संक्रमण
से
संक्रमित
है।
स्वास्थ्य
मंत्रालय
ने
35
लाख
किट
का
ऑर्डर
दिया
है,
जिसे
जल्द
ही
लोगों
के
लिए
उपलब्ध
कराया
जाएगा,
जिससे
कि
लोग
खुद
का
टेस्ट
कर
सकें।
कम
हो
रहा
है
संक्रमण
ब्रिटेन
में
इस
वायरस
के
एंटीबॉडी
टेस्ट
को
किया
जा
रहा
है
और
यह
फाइनल
स्टेज
पर
है।
फर्ग्यूसन
ने
कहा
कि
जल्द
ही
कुछ
दिनों
में
यह
तैयार
हो
जाएगी।
उन्होंने
कहा
कि
कोरोना
वायरस
महामारी
यूके
में
अब
धीमा
पड़
रहा
है।
पूरे
देश
में
35
लाख
एंटीबॉडी
टेस्ट
की
तैयारी
की
जा
रही
है।
जब
यह
तैयार
हो
जाएगा
तो
मेडिकल
स्टाफ
तक
इसे
सबसे
पहले
पहुंचाया
जाएगा।
हर
किसी
को
नहीं
दिया
जाएगा
जूनियर
हेल्थ
मिनिस्टर
हेलेन
व्हाटले
ने
बताया
कि
मैं
इस
बात
की
पुष्टि
नहीं
कर
रही
कि
कब
यह
आने
वाला
है।
चीफ
मेडिकल
ऑफिसर
प्रोफेसर
क्रिस
व्हिटी
ने
बताया
कि
यह
एंटीडॉट
हर
किसी
के
लिए
नहीं
होगा,
बल्कि
उन्ही
लोगों
को
दिया
जाएगा
जिन्हें
इसकी
सबसे
अधिक
जरूरत
है।
वेल्श
के
स्वास्थ्य
मंत्री
वॉघन
गेथिंग
ने
कहा
कि
यह
एंटीबॉडी
टेस्ट
कोरोना
वायरस
के
खिलाफ
लड़ाई
में
एक
बड़ी
सफलता
है।
यह
हमारे
वर्कर्स
की
मदद
करेगा
जोकि
काफी
गंभीर
हैं,
एनएचएस
और
सोशल
केयर
स्टाफ
लोगों
के
लिए
काम
करने
फिर
से
आगे
आएंगे।
मौजूदा
समय
में
स्वास्थ्य
के
क्षेत्र
में
काम
कर
रहे
लोगों
को
खुद
को
क्वारेंटाइन
करना
पड़
रहा
है
जिनके
भीतर
कोरोना
वायरस
के
लक्षण
मिल
रहे
हैं।
ऐसे
में
इस
टेस्ट
के
बाद
ये
लोग
फिर
से
काम
पर
लौट
सकते
हैं
वो
इस
सभी
इस
आत्मविश्वास
से
कि
उन्हें
संक्रमण
नहीं
है।
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